अल्मोड़ा: राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर वेबिनार के दो सत्रों का हुआ आयोजन

सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय परिसर अल्मोड़ा द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर दिनांकः 09/09/2021 को वेबिनार का आयोजन दो सत्रों में किया गया जिसमें विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. एन.एस. भ्ांडारी द्वारा उद्घाटन एवं परिसर स्तर पर शुभारम्भ करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर प्रकाश डाला।

उन्नति करेगा

उन्होनें हिमालय के स्वरूप को बचाये रखने की ओर भी सभी का ध्यान आकर्षित किया। उन्होने अपने वक्तव्य में कहा कि परिसर के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष तथा शिक्षकों के सहयोग से विश्वविद्यालय उन्नति करेगा।

सुझाव दिये

कार्यक्रम के समन्वयक व अधिष्ठाता शैक्षिक, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय परिसर अल्मोड़ा प्रो. शेखर चन्द्र जोशी द्वारा संचालन एवं रूपरेखा प्रस्तुत की गई। उन्होनें यह भी जानकारी दी कि समय-समय पर विश्वविद्यालय स्तर पर इस संबंध में कार्यक्रम/सेमिनार/वेबिनार/संगोष्ठी आयोजित की जायेगी।
परिसर के समस्त संकायाध्यक्षों (कला संकाय – प्रो. पुष्पा अवस्थी, विज्ञान संकाय -प्रो. जया उप्रेती, दृश्यकला संकाय – प्रो. सोनू द्विवेदी, विधि संकाय – प्रो. अमित पंत, वाणिज्य संकाय – प्रो. के.सी जोशी, शिक्षा संकाय – प्रो. विजया ढौढ़ियाल) ने इसमें भागीदारी की तथा अपने सुझाव दिये।

अच्छी शिक्षा के लिए भविष्य में अच्छे शिक्षकों को तैयार किया जाये

प्रमुख सुझावों में – पाठ्यक्रमों की महत्ता, उपयोगिता तथा अन्तर विषय अध्ययन होना चाहिए। महत्वपूर्ण सुझावों में से एक सुझाव यह भी दिया गया कि अच्छी शिक्षा के लिए भविष्य में अच्छे शिक्षकों को तैयार किया जाये। प्रारम्भिक शिक्षा ही जीवन के मार्ग खोजने में बलवती होती है। विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा में व्यवसायिक पाठ्यक्रमों से वे स्वरोजगार की ओर अग्रसर हो पायेगें जैसा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति कहती है इस पर अमल करने का प्रयास होगा।
इस वेबिनार का आभार अधिष्ठाता प्रशासन, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय परिसर अल्मोड़ा प्रो. प्रवीण बिष्ट द्वारा दिया गया।

प्रो. डी.के.भट्ट, प्रो. एस.डी.शर्मा, डॉ. मुकेश सामंत ने भी भागीदारी की। वक्ताओं में प्रो. इला साह, डॉ. उमंग सैनी, डॉ. पारूल सक्सेना, डॉ0 सुभाष चन्द्र आदि रहे।
डॉ. संजीव आर्य, डॉ. साक्षी तिवारी, डॉ. मनोज बिष्ट, डॉ. अर्पिता जोशी, आदि लोग वेबिनार में उपस्थित रहे।
सहसंयोजक के रूप में डॉ. भास्कर चौधरी व अन्य सहयोग में डॉ. ललित जोशी ‘योगी‘, डॉ. सागर सिंह भैसोड़ा, श्री कौशल कुमार, श्री चन्दन आर्य, श्री रमेश चन्द्र मौर्य, श्री पूरन सिंह, श्री जीवन चन्द्र जोशी, श्री सन्तोष सिंह मेर रहे।