अल्मोड़ा के धौलछीना में विगत दो वर्षों से कोरोना की भेंट चढ़ी रामलीला मंचन को इस वर्ष भव्य बनाने के लिए धौलछीना में तालीम इन दिनों जोरों पर चल रही है। नए व पुराने कलाकारों को जोश खरोश के साथ तालीम दी जा रही है। सभी कलाकार पूरे उत्साह के साथ तालीम में प्रतिभाग कर रहे हैं। रामलीला को भव्य बनाने के लिए सभी पदाधिकारी जुटे हुए हैं। नये व पुरानी पात्रों को तबला मास्टर बच्ची सिराड़ी व हारमोनियम मास्टर किशन सिराडी गायन के गुर सिखा रहे हैं तथा डायरेक्टर उमेद मनराल कलाकारों को अभिनय की बारीकियां सिखा रहे हैं।
महिला पात्रों को अभिनय का मौका देकर एक नई परंपरा की शुरुआत
कमेटी के अध्यक्ष चंद्र सिंह मेहरा ने बताया कि इस वर्ष लोगों का रुझान रामलीला के प्रति काफी बड़ा है इस वर्ष महिला पात्रों को अभिनय का मौका देकर एक नई परंपरा की शुरुआत की जा रही है।
7 अक्टूबर से होगी रामलीला
व्यवस्थापक दरवान सिंह रावत ने कहा कि इस वर्ष रामलीला में बीच-बीच में कुमाऊनी प्रसंगों को जोड़कर और रोचकता एवं भव्यता के साथ मंचन किया जाएगा उन्होंने बताया कि इस वर्ष रामलीला की शुरुआत 7 अक्टूबर से होगी।
तालीम में विशेष सहयोगी रहे
यहां गोपाल सिंह मेहरा, प्रकाश वर्मा, जमन सिंह मेहरा ,कुंदन सिंह मेहरा, नारायण सिंह,अनिल जोशी, राकेश मेहरा, ओमप्रकाश, ललित मोहन लोहानी, नंदन सिंह कार्की, उमेद मनराल, गोपाल मेहरा, चंद्र शेखर पांडे, हरिवंश बिष्ट ,नत्थीराम नौटियाल, संजीव शुक्ला आदि लोग तालीम में विशेष सहयोग कर रहे हैं।