कोरोना महामारी का दौर अभी भी जारी है। जिससे बचाव हेतु जारी दिशा निर्देशो का अनुपालन करते हुए कल से यानि 16 जुलाई से शुरू होने वाला श्रावण मास में श्री ज्योतिर्लिंग जागेश्वर धाम के सभी भक्तों / स्थानीय जनता हेतु निम्न शर्तों के आधार पर दर्शन एवं पूजा की व्यवस्था करने का प्रस्ताव भेजा गया है।
कोरोना के चलते इस वर्ष श्रावण मेला रहेगा स्थगित-
हर साल होने वाला श्रावण मेला इस वर्ष स्थगित रहेगा। जिसमें केवल मंदिर दर्शन एवं पूजा की व्यवस्था सीमित संख्या के आधार पर रहेगी। जिसमें जिला प्रशासन, जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति, मंदिर पुजारी समुदाय तथा स्थानीय जनता द्वारा सूक्ष्म पूजा एवं वृक्षारोपण के साथ सांकेतिक शुरूआत की जाएगी। जिसमें अधिकतम 1000 श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमती दी जाएगी। जिसके लिए पास आरतोला और साँस्कृतिक मंच जागेश्वर पर तैयार बेरियरो से जारी होगा।
बिना दर्शन पास के मंदिर में प्रवेश निषेध-
मंदिर में बिना दर्शन पास के प्रवेश निषेध रहेगा। वही मंदिर दर्शन की व्यवस्था सुबह 6:30 बजे से साम 6 बजे तक रहेगी। मंदिर परिसर में अग्रिम बुकिंग के आधार पर दैनिक आधार पर अधिकतम 100 पूजाए संपन्न की जाएंगी। बिना अग्रिम बुकिंग पूजा की अनुमती नहीं होगी। जिसमें मंदिर परिसर में पूजाए सुबह 7 बजे से साम 4:30 बजे तक ही होंगी। वही कोई भी बाह्य पुजारी को धाम में पूजा की अनुमती नहीं होगी।
बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों के लिए RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य-
उत्तराखंड से बाहर के श्रद्धालुओं हेतु आवश्यक रूप से RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट, देहरादून स्मार्ट सिटी में पंजीकरण पास और संबंधित पूजा बुकिंग रसीद के साथ ही प्रवेश की अनुमती अनिवार्य है। बिना उपरोक्त दस्तावेजों के किसी को भी जागेश्वर मे प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसी के साथ राज्य सरकार द्वारा जारी सभी नियमों का पूर्ण पालन करने पर ही अनुमती मिलेगी।
कोविड नियमों का पालन अनिवार्य-
मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन या फिर पूजाओ हेतु आवश्यक रूप से कोरोना महामारी से बचाव हेतु जारी दिशा निर्देशो का पालन करना होगा। जिसमें मास्क, सामाजिक दूरी व सैनिटाइजर का उपयोग किया जाना अनिवार्य होगा। जिसमें कोविड नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख़्त कार्यवाही की जाएगी।