अल्मोड़ा जिले से जुड़ी खबर सामने आई है। विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की ओर से हवालबाग में आयोजित प्रशिक्षण का समापन हुआ। वैज्ञानिकों ने कहा कि किसान खेती के लिए वैज्ञानिक तकनीक अपनाकर आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
फसलों की उन्नत उत्पादन तकनीकी बताकर कृषि यंत्रों की दी जानकारी
प्रशिक्षण के समापन पर संस्थान के निदेशक डॉ. लक्ष्मी कांत ने कहा कि बेहतर उपज के लिए किसानों को खेती के वैज्ञानिक तरीके अपनाने चाहिए। कहा कि संस्थान किसानों की हर समस्या सुलझाने के लिए तत्परता से काम कर रहा है। अन्य वैज्ञानिकों ने किसानों को जैविक कीट प्रबंधन, जैविक रोग प्रबंधन, जैव उर्वरकों की उपयोगिता, दलहन, तिलहन फसलों की उन्नत उत्पादन तकनीकी बताकर कृषि यंत्रों की जानकारी दी। प्रशिक्षण में नैनीताल, भीमताल, बेतालघाट के 27 किसानों ने भाग लिया।
मौजूद रहे
वहां डॉ. अनुराधा भारतीय, डॉ. कुशाग्र जोशी, डॉ. तिलक सहित कई कृषि विशेषज्ञ और किसान मौजूद रहे।