असम के देहांग पटकाई वन्यजीव अभयारण्य और रायमोना आरक्षित वन को अब राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया है। इसके साथ ही असम अब देश में दूसरे सबसे अधिक राष्ट्रीय उद्यानों वाला राज्य बन गया है। इस बारे में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने ट्वीट कर असम के लोगों को शुभकामनाएं दी।
असम पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
असम भारत के उत्तर-पूर्व में स्थित है और जनसंख्या के मामले में सबसे बड़ा जबकि क्षेत्रफल के मामले में दूसरा सबसे बड़ा पूर्वोत्तर राज्य है। असम का एक महत्वपूर्ण भौगोलिक पहलू यह है कि इसमें भारत के छह में से तीन भौगोलिक विशेषताएं – उत्तरी हिमालय (पूर्वी पहाड़ियाँ), उत्तरी मैदान (ब्रह्मपुत्र मैदान), और दक्कन पठार (कार्बी आंगलोंग) शामिल हैं। असम वनों से आच्छादित एक ऐसा राज्य है जिसमें पशु-पक्षियों की विभिन्न प्रजातियां पाई जाती हैं। इन दोनों राष्ट्रीय उद्यानों के कारण असम पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
असम के पास 18 वन्यजीव अभ्यारण्य
असम में वर्तमान में 18 वन्यजीव अभ्यारण्य हैं। इनमें मारत लोंगरी वन्यजीव अभयारण्य सबसे बड़ा है। असम में इससे पहले काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, मानस राष्ट्रीय उद्यान, नामेरी नेशनल पार्क, ओरंग राष्ट्रीय उद्यान और डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान समेत पांच राष्ट्रीय उद्यान थे। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एक सींग वाले गैंडे की मौजूदगी के कारण हर वर्ष विभिन्न राज्यों एवं देशों से पर्यटकों को आकर्षित करता है।
देहिंग-पटकाई राष्ट्रीय उद्यान उष्णकटिबंधीय आर्द्र सदाबहार वनों के लिए है प्रसिद्ध
देहिंग-पटकाई राष्ट्रीय उद्यान 111.19 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यह डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिलों में स्थित है और अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे असम घाटी के उष्णकटिबंधीय आर्द्र सदाबहार वनों के लिए प्रसिद्ध है। देहिंग-पटकाई राष्ट्रीय उद्यान हाथी रिजर्व का एक हिस्सा है, जिसके पास द्वितीय विश्व युद्ध के कब्रिस्तान हैं, साथ ही स्टिलवेल रोड और डिगबोई में एशिया की सबसे पुरानी रिफाइनरी और लेडो में ‘ओपन कास्ट’ कोयला खनन केंद्र है।
रायमोना राष्ट्रीय उद्यान में पाई जाती हैं तितलियों की 150 से अधिक प्रजातियां
रायमोना राष्ट्रीय उद्यान में कई प्रकार के वन्यजीव हैं, जिनमें गोल्डन लंगूर, एशियाई हाथी, बाघ, बादलदार तेंदुआ, भारतीय गौर, जंगली भैंस, चित्तीदार हिरण, हॉर्नबिल शामिल हैं। यहां तितलियों की 150 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। असम का यह राष्ट्रीय उद्यान कोकराझार जिले के गोसाईगांव उपमंडल में स्थित है। यह पार्क 422 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में सन्निहित वन का एक हिस्सा है। यह अधिसूचित रिपू रिजर्व फॉरेस्ट के उत्तरी भाग को भी कवर करता है।