नगर में बढ़ते वाहनों की संख्या और पार्किंग स्थलों की कमी लोगों के लिए मुसीबत का सबब न बनें, इस समस्या से निपटने के लिए अब प्रशासन छोटे-छोटे पार्किंग स्थलों के निर्माण की योजना बना रहा है। जिलाधिकारी विनीत कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को शहर में नए पार्किंग स्थल विकसित किए जाने को लेकर बैठक हुई। उन्होंने सभी अधिकारियों को इस कार्य को प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए।
सभी उपजिलाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में पार्किंग स्थल विकसित करे
जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जाम से निपटने के लिए नये पार्किंग स्थल विकसित करें। तांकि शहर में जाम की स्थिति पैदा न हो और लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो।
पुराने चयनित स्थलों का आंकनल उपलब्ध कराएं
पूर्व में चयनित स्थलों का आंकलन उपलब्ध कराएं। उपजिलाधिकारी अपनी साइटों को देखकर इसकी रिपोर्ट जल्द दें। जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्रों में साइट आइडेंटिफाइड कर टाइमलाइन निर्धारित करते हुए चयनित पार्किंग स्थलों का प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने कहा सर्फेस पार्किंग की बजाए कैविटी पार्किंग पर ज्यादा फोकस किया जाए। बागेश्वर जैसे पर्वतीय जनपद में पार्किंग एक बड़ी समस्या है। जिन जगहों पर पार्किंग की समस्या ज्यादा बड़ी है, उन पर पहले फोकस किया जाए। जिलाधिकारी ने पूर्व में चयनित पार्किंग स्थल कौसानी, कठायतबड़ा, बिलौना, गाड़गांव, बमसेरा तथा भराड़ी बाजार आदि के आंकलन जल्द से जल्द उपलब्ध कराने के निर्देश ग्रामीण निर्माण विभाग व लोनिवि के अधिकारियों को दिए। बैठक में उपजिलाधिकारी बागेश्वर हरगिरि, गरुड़- राजकुमार पांडे, कांडा- मोनिका, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्या, ईई ग्रामीण निर्माण विभाग रमेश चंद्रा आदि मौजूद रहे।