June 16, 2024

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बागेश्वर: जैवविविधता सुरक्षा, मानव व जंगली जीव द्वन्द्व के घटाव के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन, इन विषयों की दी जानकारी

बागेश्वर से जुड़ी खबर सामने आई है। भारत सरकार के एन0सी0एस0टी0 विभाग के सहयेाग से वित्त पोषित एवं युबीटेड संस्था के माध्यम से संचालित परियोजना में जनपद बागेश्वर के कृषि विज्ञान केन्द्र काफलीगैर में जैवविविधता सुरक्षा मानव व जंगली जीव द्वन्द्व के घटाव के लिए तीन दिवसीय संचालित कार्यशाला उद्घाटन डॅा0 राजकुमार प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र के द्वारा किया गया।

तीन दिवसीय प्रशिक्षण का बताया महत्व

इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण का स्वागत कर महत्व बतलाया गया। इसमें स्थानीय युवा समुदाय को मानव व जंगली जीव द्वन्द्व घटाव एवं क्षमतावर्धन पर कृषि विज्ञान केन्द्र काफलीगैर के डॅा0 कमल किशोर पाण्डे द्वारा वनों के कम होने को मानवीय व प्राकृतिक कारण, वनों से आजीविका पर जानकारी प्रदान की जैव विविधता हानि के कारणों, युवाओं के जैवविविधता के प्रति कर्तव्य व युवाओ की भूमिका पर जानकारीयां साझा की गयी।

जानवरों के स्वभाव से कराया अवगत

डॅा0 विवेक रावत द्वारा जानवरों के स्वभाव एवं मानव द्वन्द्व के विषय में अवगत करवाया गया जानवरों की रक्षा के विषय एवं जानवरों के महत्व पर जानकारी प्रदान की। रिस्टेक्टेट एरिया में आवगमन में रोक इत्यादि विषय पर जानकारी दी गयी। स्थानीय क्षेत्र में पाये जाने वाले जानवरों के विषय एवं उनके स्वभाव में अवगत करवाया गया।

दी यह जानकारी

सोच संस्था से आये राहुल जोशी द्वारा विज्ञान संचार की निरन्तरता में मीडिया की भूमिका जोखिम करने के लिए डीजीटल मीडिया की उपयोगिता, समाचार निर्माण, संदर्भ सामग्री निर्माण इत्यादि विषयों पर जानकारी प्रदान की।

मानव जीव के बीच संघर्ष को रोकने के प्रयास जरूरी

डॅा0 केवलानन्द ने क्षेत्र की जैवविविधता मानवीय आवश्यकताओं प्राकृतिक जोखिमों से निपटने के लिए घरेलू सामुदायिक स्तर पर पचहान कारक व प्रभाव व उपायों पर व्याख्यान दिया गया। श्याम सिंह कठायत द्वारा मानव जीव संघर्ष परिदृश्य, सांस्कृतिक पक्ष, क्षेत्रीय जंगलों का प्रबंधन व वर्तमान स्थितियां और उनका प्रभाव जंगली जीव संधर्ष रोकथाम जंगली आग रोकथाम तथा डॅा0 हरीश पोखरिया द्वारा उपचार व सावधानियां, परिणाम व सतर्कता के विषय में जानकारीयां प्रदान की व भविष्य की कार्ययोजना निर्धारण किस प्रकार की जाए, पर्यावरण तनाव संघर्ष पर स्थानीय समस्याओं को बतलाया गया एवं जंगली जानवरों और मानव के बीच लगातार हो रहे संघर्ष एवं इसे रोकने के प्रयासों को समझाया गया।

26 युवाओं और युवतियों ने किया प्रतिभाग

कार्यशाला में परियोजना समन्वय पियूष पाण्डे, संदर्भ व्यक्ति डॅा0 केवला नन्द असिस्टेंट प्रोफेसर, राजकीय महाविद्यालय काण्डा,  वन विभाग बागेश्वर से रेन्ज आॅफीसर श्याम सिंह कठायत, शमशेर सिंह रावत एवं स्वास्थ्य विभाग बागेश्वर से ए.सी.एम.ओ. डॅा0 हरीश पोखरिया, देवन्द्र सिंह इत्यादि ने जानकारीयों को साझा किया गया।  कार्यशाला में कमल, कुमारी शान्ति बिष्ट शिवम रौतेला, सावित्री देवी हर्षवर्धन इत्यादि 26 युवाओं और युवतियों ने प्रतिभाग किया।