आज देश के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) एन वी रमण सुबह 10:30 बजे तीन महिला न्यायाधीश सहित 9 नए न्यायाधीशों को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पद की शपथ दिलाएंगे। यह इतिहास में पहली बार होगा जब शीर्ष अदालत में पहली बार नौ न्यायाधीश एक साथ पद की शपथ लेंगे। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में प्रधान न्यायाधीश सहित जजों की संख्या 33 हो जाएगी। शपथ ग्रहण समारोह सुप्रीम कोर्ट के अतिरिक्त भवन परिसर के सभागार में आयोजित होगा। जिसमें इस शपथ ग्रहण का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा।
नौ नए न्यायाधीश लेंगे आज शपथ-
जिन 9 नामों पर राष्ट्रपति ने मुहर लगाई है उसमें तीन महिला जज हैं। जिसमें शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों के रूप में पद की शपथ लेने वाले नौ नए न्यायाधीशों में जस्टिस ए एस ओका, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस जे के माहेश्वरी, जस्टिस हिमा कोहली, जस्टिस बी वी नागरत्ना, जस्टिस सी टी रविंद्रकुमार, जस्टिस एम एम सुंदरेश, जस्टिस बेला त्रिवेदी, पी एस नरसिम्हा शामिल हैं।
यह नाम भी शामिल-
इन जजों में से भविष्य में जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस बी वी नागरत्ना और पी एस नरसिम्हा के भारत के मुख्य न्यायाधीश बनने की संभावना है।
यह बन सकती है पहली महिला सीजेआई-
इसमें न्यायमूर्ति नागरत्ना सितंबर 2027 में पहली महिला प्रधान न्यायाधीश बनने की कतार में हैं। जो एक महीने से थोड़े ज्यादा समय के लिए भारत की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश बन सकती हैं। जस्टिस नागरत्ना का जन्म 30 अक्टूबर, 1962 को हुआ था और वह पूर्व सीजेआई ईएस वेंकटरमैया की बेटी हैं। वर्तमान में,जस्टिस नागरत्ना कर्नाटक हाई कोर्ट में न्यायाधीश हैं।उन्होंने संवैधानिक कानून, वाणिज्यिक कानून, बीमा कानून, सार्वजनिक कानून, सेवा कानून और भूमि और किराए से संबंधित कानूनों का अभ्यास करने वाली एक एडवोकेट के रूप में कैरियर की शुरुआत की।
पूर्व सीजेआई ने कही थी यह बात-
वही पूर्व सीजेआई एसए बोबडे ने अपनी सेवानिवृत्ति से पहले कहा था, ‘भारत में एक महिला के मुख्य न्यायाधीश बनने का समय आ गया है’।