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उत्तराखंड पुलिस महकमे से एक चौंका देने वाली घटना सामने आई है। दून पुलिस पर फर्जी मुकदमे दर्ज करने, मारपीट के नाम पर अवैध वसूली करने जैसे आरोप लगे हैं। इस बात पर हम जैसे खाकी पर भरोसा करने वाले लोग भरोसा नहीं करते अगर राज्य के पुलिस कप्तान खुद इस बात पर संज्ञान नहीं लेते। आपको बता दें कि डीजीपी ने दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।
बचना है तो एक लाख रुपये दो
मामला सहसपुर क्षेत्र की धर्मावाला चौकी का है, जहां एक शिकायतकर्ता ने डीजीपी अशोक कुमार के सामने सबूत के तौर पर एक ऑडियो प्रस्तुत करते हुए यह शिकायत रखी थी कि चौकी इंचार्ज दीपक मेठानी और सिपाही त्रेपन सिंह ने उसको फर्जी मामलों में फंसाने की धमकी दी और कहा कि “बचना है तो एक लाख रुपये दो।” शिकायतकर्ता ने कहा कि उसने डीजीपी से पहले और अधिकारियों से शिकायत की थी लेकिन मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया गया। लेकिन अब डीजीपी ने दोनों पर कर्रवाई करते हुए निलम्बन के आदेश जारी कर दिए हैं।
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उत्तराखंड टॉप टेन न्यूज (30 जून, गुरुवार, आषाढ़ शुक्ल पक्ष, प्रतिपदा, वि. सं. 2079)
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