उत्तराखंड क्रांति दल की पहाड़ी स्वाभिमान यात्रा शनिवार से शुरू हुई थी, जो मंगलवार को भी जारी रही। इस दस दिवसीय यात्रा में पार्टी कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर जन समस्याओं का जायजा ले रहे हैं। जिसमें मंगलवार को कुकुछीना से शुरू होकर यात्रा दूनागिरी, सुरना, बिंता, नौलाकोट, धमोली, बाड़ी, रवाडी, बग्वालीपोखर, छानागोलू, च्याली, गगास, कफड़ा, मल्ली मिरई आदि स्थानों से होकर वापस द्वाराहाट पहुंची।
राज्य बनने के 20 वर्षों बाद भी पहाड़ के लोग मूलभूत सुविधाओं से है वंचित-
यात्रा की अगुवाई कर रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक पुष्पेश त्रिपाठी ने कहा कि राज्य बनने के 20 वर्षों बाद भी पहाड़ के लोग मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जीवन यापन करने को मजबूर हैं। जन भावनाओं के अनुसार गैरसैंण स्थाई राजधानी नहीं बन पाई है। मजबूत भू कानून नहीं होने से राज्य की जमीन बाहरी लोगों को कौड़ियों के भाव बेची जा रही है। नौजवान बेरोजगार हैं, कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन में नीतियों के अभाव होने के चलते पहाड़ से लगातार पलायन जारी है। क्षेत्र के गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं के वंचित हैं।
उक्रांद जनता को साथ लेकर इसके लिए करेगा संघर्ष-
जिसके लिए उक्रांद जनता को साथ लेकर संघर्ष करेगा। वही जनता की आवाज को सत्ता के गलियारों तक पहुंचाया जाएगा। इस दौरान स्थानीय लोगों ने आवारा जानवर, बंदर, स्वास्थ्य, सड़क, शिक्षा से संबंधित समस्याएं सामने रखी।