गंगा दशहरा आज, (20 जून ज्येष्ठ शुक्ल दशमी, वि.सं. 2078, रविवार) आइये जाने इसका महत्व

हर साल ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का पावन पर्व मनाया जाता है। इस साल 20 जून 2021 (आज) रविवार को गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाएगा ।

घर के मुख्य द्वार में गंगा दशहरा “द्वार पत्र लगाये जाते हैं

हिन्दू धर्म में गंगा दशहरा का बहुत अत्यधिक महत्व है । मान्यताओं के अनुसार  इसी दिन माँ गंगा स्वर्ग से पृथ्वी पर आयी थी ।  इस दिन विधि विधान से मां गंगा की पूजा- अर्चना की जाती है, और घर के मुख्य दरवाजे में  गंगा दशहरा “द्वार पत्र” लगाये जाते हैं ।

गंगा दशहरा का महत्व

मां गंगा का उद्गम स्थान गंगोत्री, उत्तराखंड में है यह परंपरा मुख्य रूप से उत्तराखंड में ज्यादा प्रचलित है। माना जाता है धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन हर व्यक्ति को अपने घर के मुख्य द्वार पर द्वार पत्र लगाना चाहिए। इसे घर के मुख्य द्वार में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती । और माँ गंगा का ध्यान करने से सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है । इसलिए हिंदू धर्म में गंगा दशहरा का बहुत अधिक महत्व है। उत्तराखंड में गंगा दशहरा के पावन पर्व को बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है गंगा दशहरा के पावन दिन उत्तराखंड के हर घर के मुख्य दरवाजे में द्वार पत्र लगाये जाने की परंपरा है। 

गंगा दशहरा पूजा विधि

गंगा दशहरा के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद  घर के मंदिर में गंगा जल का छिड़काव करें और दीप प्रज्वलित करें  और उनका अधिक से अधिक ध्यान करें और मां गंगा को  सात्विक चीजों का भोग  लगाएं।  इसके बाद माँ की आरती करें और मां गंगा का ध्यान कर मुख्य दरवाजे में “द्वार पत्र” लगाएं  । मां गंगा चालीसा का पाठ करने से भी शुभ फल की प्राप्ति होती है।  मान्यताओं के अनुसार इस दिन माँ गंगा की पूजा अर्चना करने से सभी प्रकार के दोषों से मुक्ति मिल जाती है  ।