उत्तराखंड: राज्यपाल रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह रविवार को ओल्ड बॉयज मीट के लिए अपने अल्मा मेटर सैनिक स्कूल कपूरथला में मौजूद थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सुरक्षित हाथों में है जो देश को किसी भी बाहरी खतरे से बचा सकती है। वह भारतीय राजनीति में बदलाव को देखकर गर्व महसूस करते हैं। क्योंकि अब इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रीय भावनाओं को प्राथमिकता दी जाती है और देश के लिए कड़े फैसले लिए जाते हैं।
कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू को श्रद्धांजलि अर्पित की
राज्यपाल रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ओल्ड बॉयज मीट के लिए अल्मा मेटर सैनिक स्कूल कपूरथला में मौजूद थे। जहां उन्होंने कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू के सर्वोच्च बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित की, जो एक सैनिक स्कूल के पूर्व छात्र भी थे। संतोष बाबू ने पिछले साल जून में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुए चीनी हमले के खिलाफ सैनिकों का नेतृत्व करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। राज्यपाल ने कहा की स्कूल के लिए गर्व की बात है क्योंकि इसका कैडेट उत्तराखंड का राज्यपाल बन गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने देश में सैनिक स्कूलों को 33 से बढ़ाकर 100 करने का फैसला किया है। स्कूल के प्रिंसिपल कर्नल प्रशांत सक्सेना ने कहा कि इंस्टीट्यूशन के 850 से ज्यादा कैडेट सशस्त्र बलों में शामिल हुए हैं और लेफ्टिनेंट जनरलों, मेजर जनरलों और ब्रिगेडियर के रैंक तक पहुंचे हैं।