हल्द्वानी : कथाकार, पत्रकार स्व. आनन्द बल्लभ उप्रेती का नवम स्मृति समारोह मंगलवार को मनाया गया । इस अवसर पर परंपरागत होली गीतों का गायन भी हुआ । संकल्प बैंकेट हाल में आयोजित समारोह में जसुली शौक्याणी पर आधार व्याख्यान पर संगोष्ठी भी हुई । पिघलता हिमालय व हिमालय संगीत शोध समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के डॉ ललित चन्द्र जोशी, संस्कृति के संरक्षक घनश्याम सिंह ग्वाल, नारायण सिंह दुग्ताल वरिष्ठ रंगकर्मी अनिल घिल्डियाल, पी जी० कालेज रामनगर के प्रोफेसर डॉ गिरीश चन्द्र पन्त पत्रकार, गोविन्द सनवाल, दिनेश पाण्डे को आनंदश्री सम्मान से सम्मानित किया गया । समारोह का उद्घाटन डॉ जोगेंद्र रौतेला द्वारा व अन्य अथितियों ने किया ।

डॉ ललित जोशी शोध एवं संचार में विशिष्ट योगदान के लिए आनंद श्री सम्मान से नवाजा गया
एसएसजे के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के प्रभारी डॉ ललित जोशी को भी शोध एवं संचार में विशिष्ट योगदान के लिए आनंद श्री सम्मान से नवाजा गया । ज्ञातव्य है कि एसएसजे के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के प्रभारी डॉ ललित जोशी पैदल घुमक्कड़ी कर इतिहास,पुरातत्त्व, समाज,संस्कृति पर शोध कर रहे हैं। उन्होंने अब तक लगभग 300 गाँव पर पैदल घुमक्कड़ी कर ली है । वह अपने साथ पत्रकारिता के विद्यार्थी और इतिहास में रूचि रखने के साथ ले जाते हैं । उन्होंने पत्थरकोट ग्राम में आदिमानवों द्वारा उकेरे गए शैल चित्रों (Rock Paintings) की खोज भी की है। कप मार्क्स को लेकर भी कार्य कर रहे हैं। साथ ही जशूली देवी शौकयानी जी की ऐतिहासिक धर्मशालाओं को प्रकाश में लाने के लिए भी कार्य किया है। वह इन विषयों को पत्रकारिता के माध्यम से समाज के समक्ष ला रहे हैं।
कुलपति प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी ने जताया हर्ष
सोबन सिंह जीना के कुलपति प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी ने पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के डॉ ललित जोशी को रिसर्चर के तौर पर सम्मानित किए जाने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के साथ विश्वसविद्यालय के गौरव को बढ़ाया है।
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के संयोजक प्रो जगत सिंह बिष्ट ने कहा कि डॉक्टर ललित को सम्मान मिलने से हमें हर्ष हुआ है।
अधिस्ठाता छात्र कल्याण प्रो इला साह ने कहा कि अपने होनहार विद्यार्थी को अमूल्य योगदान देने के लिए सम्मान मिलने पर खुशी हुई है ।
आयोजित समारोह में जसुली शौक्याणी पर आधार व्याख्यान पर हुई संगोष्ठी
संकल्प बैंकेट हाल में आयोजित समारोह में जसुली शौक्याणी पर आधार व्याख्यान पर संगोष्ठी भी हुई ।
वक्ता डॉ. गिरीश पंत ने स्व. आनंद उप्रेती का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा कि उनके कृतित्व का मूल्यांकन होना अभी बाकी है। अध्यक्षता करते हुए हेमवती नंदन बहुगुणा विवि के पूर्व विभागाध्यक्ष गिरीश चंद्र जोशी ने अपनी जड़ों से जुड़े रहने का आह्वान किया। संचालन करते हुए राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक बिपिन चंद्र पांडे ने लोक परंपरा को अपनी दिनचर्या में बनाए रखने पर जोर दिया। शिक्षाविद् श्रीनिवास मिश्र और उच्चशिक्षा के पूर्व संयुक्त निदेशक प्रो. विपिन चंद्र उप्रेती ने युवाओं से अपनी धरोहरों को संजोए रखने और इनकी सुरक्षा के लिए दृढ़ रहने को कहा। समारोह के अंत में रंगकर्मी अनिल घिल्डियाल के काव्य संग्रह ‘उतरती धूप का दर्द’ और ‘गिरते पत्ते पतझड़’ का विमोचन किया गया।
मौजूद लोग
यहां उच्चशिक्षा के संस्थापक निदेशक प्रो. वीसी ,दिनेश पांडे, युवा पत्रकार बाराकोटी, डॉ. पंकज उप्रेती, फली दताल, उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश अध्यक्ष नवीन वर्मा, एनसी तिवारी, डॉ. संतोष मिश्र, भुवन चंद्र तिवारी, डॉ. प्रयाग जोशी आदि लोग उपस्थित रहे ।