उत्तराखंड: पहाड़ों से लेकर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित है । सभी जिलों में लगातार बारिश हो रही है जिसके चलते कई मार्ग बंद हो गए हैं । यातायात कर रहे लोगों को आवाजाही में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।
बारिश से जनजीवन प्रभावित
मूसलाधार बारिश के चलते अब अलग अलग जगह से नुकसान की खबरें सामने आ रही है ।
आसपास के इलाकों में मानसून की भारी बारिश अब नुकसान करने लगी है। नैनीताल में भूस्खलन के बाद मलबा, पहाड़ी से नीचे आ गया और लोगों के घर तक पहुंच गया जिससे लोगो ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई, वहीँ नैनीताल घूमने आ रहे दंपत्ति की गाडी के ऊपर बोल्डर गिर जाने से कार चालक की मौके पर मौत हो गयी । जबकि महिला गंभीर रूप से घायल है ।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर 150 लोग फंस गए हैं
लोहाघाट के बाराकोट में नदी के तेज उफान में एक महिला बह गई है। वहीं, चम्पावत में पहाड़ी से मलबा गिरने से एनएच पर खड़ी कार और कैंटर दस मीटर गहरे नाले में समा गए। हादसे में छह लोग घायल हो गए। लगातार बारिश से हुए भूस्खलन के कारण टनकपुर-घाट राष्ट्रीय राजमार्ग पर 150 लोग फंस गए हैं राजमार्ग पर विश्रामघाट में भूस्खलन के मलबे के कारण यातायात अवरूद्ध होने से फंसे इन लोगों के लिए चंपावत जिला प्रशासन ने जिला मुख्यालय में ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था की है जबकि मलबे को साफ कर मार्ग खोलने का कार्य जारी है।
यह राजमार्ग भी बंद
बरसात की वजह से रानी बाग – भीमताल राज्य मार्ग, रामनगर- बेतालघाट राज्य मार्ग, और काठगोदाम -सिमलिया बैंड राजमार्ग बंद है जिनको जेसीबी मशीनों से खुलवाने का काम किया जा रहा है। इसके अलावा जिले के कई आंतरिक मार्ग भी बंद है जिनमें अमृतपुर- बानना, वजूद- अधौडा, मलूटी मार्ग, सुनकोट मोटर मार्ग, देवली- महतोली मोटर मार्ग समेत कई रास्ते बंद हैं।
मुख्यमंत्री ने दिए सतर्क रहने के निर्देश
लगातार बारिश के चलते केदारनाथ में पुननिर्माण कार्य भी रोक दिए हैं । इसके अलावा सड़कें बंद होने से कई गांवों का संपर्क टूट गया है ।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलाधिकारियों से 24 घंटे सतर्क रहने को कहा है । उनका केदारनाथ व रुद्रप्रयाग का भ्रमण कार्यक्रम भी निरस्त कर दिया गया था । लेकिन अब वे सड़क मार्ग से उत्तरकाशी जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण करेंगे ।