देश की बेशकीमती चोरी हुई 54 धरोहरों को वापस लाया गया भारत

भारत सरकार अपनी ऐतिहासिक मूर्तियां को वापस लाने में जुटी हुई है। जिसे अवैध रूप से दूसरे देशों में बेच दिया गया था । लेकिन अब देश की 75 फीसदी ऐतिहासिक धरोहर स्वदेश लाई जा चुकी हैं। पिछले सात सालों में चोरी से विदेश भेजी गईं सभी ऐतिहासिक धरोहरों में से 54 धरोहर वापस लाई जा चुकी हैं।

चुराई गई मूर्तियां वापस लाई गई

बता दें कि हाल ही में नेशनल गैलरी ने बताया कि भारत से चोरी की गई 14 कलाकृतियों को ऑस्ट्रेलिया वापस कर रहा है। इनमें से छह ऐसे हैं जिन्हें चोरी किया गया या अवैध रूप से निर्यात किया गया। इससे पहले साल 2020 में भी लंदन से प्राचीन भगवान राम, लक्ष्मण और सीता की मूर्तियों को वापस लाया गया। कांस्य धातु की इन प्राचीन मूर्तियों को लंदन से वापस भारत वापस लाया गया। इन मूर्तियों को तमिलनाडु के मूर्ति विंग को हस्तांरित कर दिया। भगवान राम, लक्ष्मण और सीता की 13वीं शताब्दी की मूर्तियां हैं, जिन्हें 1978 में तमिलनाडु के नागपट्टनम मंदिर से चुराया गया था।


2014 से अब तक 41 बेशकीमती धरोहर वापस लाई गई

इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि यह देश के लिए गौरव की बात है कि हम अपनी बेशकीमती धरोहरों को वापस लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले सात सालों में यानि 2014 से अब तक 41 बेशकीमती धरोहर वापस लाई गई हैं। इसमें जर्मनी, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त राज्य अमेरिका, बिट्रेन सहित विभिन्न देशों से हाल के वर्षों में पुरावशेषों का सफल प्रत्यावर्तन किया गया है। उन्होंने बताया कि देश में साल 1976 से अब तक कुल 54 पुरातत्व महत्व की धरोहरें वापस लाईं गई हैं, इसमें चोल साम्राज्य की नटराज की मूर्ति, महात्मा बुद्ध की मूर्ति शामिल हैं। इनमें से पिछले सात सालों में ही 41 ऐतिहासिक धरोहरें जबकि साल 1976 से 2014 तक 13 धरोहरें ही वापस आई थीं।

भारत का गौरव वापस लेकर आएं हैं

केंद्रीय मंत्री ने कहा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, सीबीआई और दूसरे संबंधित सरकारी विभागों की कोशिशों के कारण ऐतिहासिक धरोहर स्वदेश लौटीं हैं। हम भारत का गौरव वापस लेकर आएं हैं।