May 30, 2023

Khabribox

Aawaj Aap Ki

भारत की शान महान धावक मिल्खा सिंह का कोरोना के चलते हुआ निधन, फ़्लाइंग सिख के नाम से थे लोकप्रिय

 1,089 total views,  2 views today

कोरोना संक्रमण का खतरा बरकरार है, हालांकि इसकी रफ़्तार कम होने लगी है, लेकिन यह वायरस अभी भी लोगों के लिए जानलेवा होता जा रहा है।  इसी बीच एक और दुखद खबर सामने आई है। इंडिया के महान धावक मिल्खा सिंह  का निधन हो गया है। जिससे शोक की लहर दौड़ गई। उनके लिए अनगिनत भारतीयों के दिलों में एक विशेष स्थान था। उनके प्रेरक व्यक्तित्व ने लाखों लोगों को प्रेरित किया। उनके निधन से सभी दुखी है।

कोरोना संक्रमित थे मिल्खा सिंह-

महान धावक मिल्खा सिंह कुछ महीनों से कोरोना वायरस से जूझ रहे थे। कोरोना संक्रमित पाए जाने पर मिल्खा सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मिल्का सिंह को 3 जून को पीजीआई में भर्ती कराया गया था। इससे पहले उनका घर पर ही इलाज चल रहा था लेकिन ऑक्सीजन लेवल कम होने पर अस्पताल ले जाया गया। जहां शुक्रवार रात मिल्का सिंह ने अंतिम सांस ली। 

फ़्लाइंग सिख के नाम से थे लोकप्रिय-

महान धावक मिल्खा सिंह फ्लाइंग सिख के नाम से काफी लोकप्रिय थे। पद्मश्री मिल्खा सिंह 91 साल के थे। जब वह इस दुनिया को अलविदा कह गए।

कुछ दिन पहले पत्नी का भी हुआ था निधन-

मिल्खा सिंह की पत्नी का भी कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया ।

स्वर्ण पदक विजेता मिल्का सिंह-

चार बार के एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मिल्खा ने 1958 राष्ट्रमंडल खेलों में भी पीला तमगा हासिल किया था। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हालांकि 1960 के रोम ओलंपिक में था जिसमें वह 400 मीटर फाइनल में चौथे स्थान पर रहे थे। उन्होंने 1956 और 1964 ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्हें 1959 में पद्मश्री से नवाजा गया था।

पंजाब में हुआ था जन्म-

मिल्खा सिंह का जन्म 20 नवंबर 1929 को ब्रिटिश इंडिया के पंजाब राज्य के गोविंदपुरा गांव में हुआ था। आज यह जगह पाकिस्तान में पड़ती है। उनके पिता किसान थे। मिल्खा के कुल 15 भाई-बहन थे। इनमें से आठ भाई-बहन आजादी के समय बंटवारे से पहले ही मर गए थे। वहीं बंटवारे की हिंसा में उनके माता-पिता, एक भाई और दो बहनें भी मारी गई थीं। मिल्खा सिंह किस्मत वाले थे कि उनकी जान बच गई थी। बंटवारे का पलायन उन्हें भारत ले आया। यहां वे पहले पंजाब और फिर दिल्ली पहुंचे। इस दौरान उन्होंने काफी बुरा वक्त देखा. माता-पिता को खो चुके मिल्खा अनाथ थे।