जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने राष्ट्र विरोधी तत्वों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 11 सरकारी कर्मचारियों को आतंकी गतिविधियों को वित्तपोषित करने के आरोप में बर्खास्त कर दिया है ।
समिति ने सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त करने की सिफारिश की थी
बर्खास्त किये गये इन कर्मचारियों में हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना आतंकवादी सलाउद्दीन के दो बेटे शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर में इस तरह के मामलों की जांच करने और सिफारिश करने के लिए बनाई गई समिति ने इन सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त करने की सिफारिश की थी। इस समिति ने आतंकवादी गिरोह लश्कर-ए-तय्यबा के लिए काम करने वाले तीन कार्यकर्ताओं को भी पकड़ा। इनमें से एक एजेंट सुरक्षाबलों की आवाजाही के बारे में आतंकवादियों को कथित रूप से खुफिया सूचना लीक करता था और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आतंकवादियों को पनाह देता था।
दो अध्यापक भी शामिल
बर्खास्त कर्मचारियों में अनंतनाग के दो अध्यापक शामिल हैं। ये दोनों प्रतिबंधित संगठनों की विचारधारा का प्रचार प्रसार करने सहित राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए गये हैं। इसके अलावा आठ अन्य सरकारी कर्मचारियों को भी बर्खास्त किया गया है। इसमें जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो कांस्टेबल शामिल हैं जो कथित रूप से पुलिस विभाग में रहते हुए आतंकवादियों की सहायता करते थे और उन्हें खुफिया जानकारी देने के साथ-साथ उन्हें रसद भी मुहैया कराते थे।