श्रम मंत्री डा हरक सिंह रावत और उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल के बीच पिछले साल अक्टूबर से चल रही जुबानी जंग विराम ही नहीं ले रही। अध्यक्ष सत्याल ने हाल ही में श्रम मंत्री को घेरने की कोशिश की थी तो अब हरक ने भी उन पर पलटवार किया है। प्रेस से अनौपचारिक बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सत्याल एक बार भी उनसे मिलने नहीं आए। वे तो मुझे श्रम मंत्री ही नहीं मानते और सरकार के आदेशों को ही सत्याल लगातार नकारते आ रहे हैं।
दोनों के बीच में मनमुटाव और बढ़ गया है
जबसे मार्च में सरकार में हुए नेतृत्व परिवर्तन के बाद बोर्ड की सचिव का कार्यभार संभाल रहीं श्रमायुक्त से यह जिम्मेदारी वापस ले ली गई और हरिद्वार की उपश्रमायुक्त मधु नेगी चौहान को बोर्ड का सचिव बनाया गया तबसे इन दोनों के बीच में मनमुटाव और बढ़ गया है। सरकार के फैसले से नाखुश सत्याल ने बोर्ड की बैठक में चौहान को हटाने का प्रस्ताव पारित कर दिया और इस संबंध में सरकार को पत्र भेज दिया।
सत्याल सरकार के आदेशों को नकार कर शासन की तौहीन कर रहे हैं
बहरहाल, शासन ने इस विषय में अभी कोई निर्णय नहीं लिया है। श्रम मंत्री डा हरक सिंह रावत ने सत्याल की कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए कहा कि सत्याल सरकार के आदेशों को नकार कर शासन की तौहीन कर रहे हैं। श्रम मंत्री ने कहा कि सरकार ने बोर्ड के सचिव पद का जिम्मा मधु नेगी चौहान को सौंपा, लेकिन सत्याल उन्हें सचिव मानने के पक्ष में कतई नहीं हैं। और इतना ही नहीं सत्याल ने सचिव को हटाने के संबंध में उन बैंकों को भी पत्र भेज दिए, जहाँ बोर्ड के खाते संचालित हो रहे हैं।
श्रमिक हितों के लिए संचालित योजनाओं की राह में कोई परेशानी ना आये
रावत ने औपचारिक रूप से बताया कि उन्होंने सचिव को निर्देश दिए हैं कि वह इस विषय में संबंधित बैंकों को सख्त पत्र लिखें, ताकि श्रमिक हितों के लिए संचालित योजनाओं की राह में कोई परेशानी ना आये और किसी भी क्षेत्र में कोई कार्य लंबित ना हो।