बच्चे की मौत के बाद जागा विभाग
ग्रामीण बिना फील्टर के ही गधेरे का पानी को पीने को मजबूर
बच्चे की मौत के बाद जल संस्थान भी हरकत में आ गया है । हवालबाग ब्लॉक के कसून ग्राम पंचायत में बच्चे की मौत के बाद जल संस्थान की टीम ने गांव पहुंच कर पीने के पानी के सैंपल लिए। ईई ने भी मौका मुआयना कर जायजा लिया।
पेयजल आपूर्ति करने वाली लाइन के फील्टर लंबे समय से चोक
ग्रामीणों ने बताया कि गांव को पेयजल आपूर्ति करने वाली लाइन के फील्टर लंबे समय से चोक हैं। ग्रामीण बिना फील्टर के ही गधेरे के पानी को पीने के लिए मजबूर हैं। ग्राम प्रधान दीपा मटियानी ने बताया कि क्षतिग्रस्त फील्टरों को ठीक करने के लिए कई बार विभागीय अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। लेकिन फील्टर ठीक किए बिना ही गांव में पेयजल आपूर्ति की जा रही है। विभाग की ओर से खराब फील्टरों को ठीक करने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की गई। इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
डीएम से पानी की जांच करवाने की मांग उठाई
कसून गांव में हुई घटना के बाद शुक्रवार को जिला पंचायत सदस्य महेश नयाल ने डीएम से मुलाकात की। कसून समेत आसपास के ग्राम पंचायतों में पीने के पानी की जांच की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने विद्यालयों की पेयजल टैंकों में सफाई और पेयजल शुद्धता के लिए आवश्यक दवाइयां डालने, गांवों में प्राथमिक उपचार व दवाइयां वितरण करने की भी मांग की। उन्होंने कसून ग्राम पंचायत को पेयजल आपूर्ति करने वाले एक साल से बंद फील्टरों को ठीक करने की मांग भी उठाई।
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