उत्तराखंड: प्रेमिका के घरवालों से बचकर चट्टान में चढ़े युवक का फिसला पैर,जिनसे जान पर बन आई, उन्होंने ही जान बचाई

यहां एक युवक चट्टान से फिसलकर नदी में जा गिरा । इस बीच यह गनीमत रही कि हादसे में युवक की जान बच गई । ग्रामीणों ने नदी से युवक को बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया।

जानें पूरा मामला

प्राप्त जानकारी के मुताबिक खबर पौड़ी से है । थलीसैंण ब्लॉक के बैजरो के दुलमोट गांव निवासी 21 साल की सोनी की 5 अक्टूबर को परिजनों ने थाने में युवती की गुमशुदगी दर्ज कराई थी । जिसके बाद पुलिस ने 11 अक्टूबर को दिल्ली से बरामद कर परिजनों के सुपुर्द किया था । पौड़ी निवासी सोनी दिल्ली में किसी प्राइवेट कंपनी में जॉब करती है । इसी कंपनी में गाजियाबाद निवासी 23 साल का धर्मवारी पुत्र शत्रुघ्न भी कार्यरत था ।  दोनों में दोस्ती हुई और फिर उन्होंने शादी भी कर ली । लेकिन उन्होंने अभी तक शादी का पंजीकरण नहीं कराया  है  ।

युवती के परिजन कर रहे थे विरोध

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार युवती इस युवक के साथ 2 -3 हफ्ते से बैजरो में रह रही थी । जिस पर युवती के परिजनों ने इसका विरोध किया और थलीसैंण थाने में युवक के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई । वहीं, ग्रामीणों की ओर से युवक का विरोध करने पर वो नदी किनारे एक चट्टान पर चढ़ गया ।  युवक के अनुसार, उसका पैर फिसलने से वह नदी में जा गिरा ।

ग्रामीणों ने युवक की बचाई जान

बता दें कि जिन ग्रामीणों से बचकर युवक चट्टान में चढ़ा हुआ था । उन्हीं ग्रामीणों  ने युवक का रेस्क्यू कर उसे अस्पताल पहुंचाया । और डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी ।

युवती और युवक दोनो  बालिग

वहीं मामले में पुलिस का कहना है कि युवती और युवक दोनो बालिग है । दोनों ने प्रेम विवाह किया है । जिसके चलते कोई कार्यवाही नहीं की गई ।