आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस है। लोकतंत्र का चौथा स्तंभ पत्रकारिता को माना जाता हैं। भारत में प्रेस को वॉचडॉग कहा गया है। प्रेस की स्वतंत्रता और निष्पक्षता को बनाये रखने के लिए हर वर्ष यह दिवस मनाया जाता है। भारतीय प्रेस परिषद ने उच्च मानकों को बनाए रखने और किसी भी प्रकार के प्रभाव अथवा धमकियों से न डरने के उद्देश्य से एक नैतिक प्रहरी के रूप में इसी दिन से काम करना शुरू किया था।वर्ष 1997 से ही परिषद इस दिन को प्रेस दिवस के रूप में मनाती आ रही है। इस अवसर पर भारतीय प्रेस परिषद ने आज ‘हू इज नॉट अफ्रेड ऑफ मीडिया’ विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया।
प्रेस परिषद की स्थापना
भारत की 4 जुलाई, 1966 को प्रेस परिषद की स्थापना हुई, जिसने 16 नवंबर, 1966 से अपना औपचारिक कामकाज शुरू किया। तब से यह दिवस प्रत्येक वर्ष 16 नवम्बर को स्वतंत्र और उत्तरदायी प्रेस के संकल्प के लिये मनाया जाता है। आज ही के दिन भारतीय प्रेस परिषद की स्थापना हुई थी। भारतीय प्रेस परिषद यह सुनिश्चित करता है कि मीडिया बिना किसी दबाव और धमकी के उच्चतम मानदंड बनाए रखे।