आस्ट्रेलिया के मेलबर्न में शुक्रवार को कुछ शरारती तत्वों ने महात्मा गांधी की एक आदमकद कांस्य प्रतिमा को अनावरण करने के 24 घंटे के अंदर ही क्षतिग्रस्त कर दिया। प्रतिमा को भारत सरकार ने देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 12 नवंबर 2021 को उपहार में दिया था। आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्काट मारिसन ने इसे शर्मनाक हरकत करार दिया है। इस वारदात से भारतवंशियों में काफी आक्रोश है।
सांस्कृतिक स्मारकों पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे
आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने कहा कि सांस्कृतिक स्मारकों पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। इस स्तर का अनादर देखना शर्मनाक बेहद निराशाजनक है। इसके लिए जो भी जिम्मेदार है, उसने ऑस्ट्रेलियाई-भारतीय समुदाय का बहुत अपमान किया है उसे शर्म आनी चाहिए। इस बीच, ऑस्ट्रेलिया इंडिया कम्युनिटी चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष वासन श्रीनिवासन ने कहा कि अपराधी कानून का ताक पर रखने की कोशिश कर रहे हैं। विक्टोरिया में रहने वाले लगभग 300,000 भारतीयों का हवाला देते हुए श्रीनिवासन ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई की कभी उम्मीद नहीं की गई थी। विक्टोरिया पुलिस ने कहा कि अज्ञात अपराधियों ने पिछले शुक्रवार शनिवार के बीच मूर्ति को काटने के लिए एक उपकरण का इस्तेमाल किया था। नॉक्स क्राइम इन्वेस्टिगेशन यूनिट के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। इसी साल जनवरी में भी उत्तरी कैलिफोर्निया में डेविस शहर के सेंट्रल पार्क में संयुक्त राज्य अमेरिका में महात्मा गांधी की एक प्रतिमा को तोड़ दिया गया था।