सूर्य की गरमाहट या किसी प्रियजन द्वारा गले लगाए जाने के शरीर पर होने वाले प्रभाव का अध्ययन और पता लगाने वाले वैज्ञानिक 2021 का नोबल पुरस्कार घोषित किया गया है।
चिकित्सा या शरीर विज्ञान नोबल पुरस्कार साझा करेंगे
अमरीका के डेविड जुलियस और अरदेम पातापोटिएन छुअन और तापमान पर अनुसंधान के लिए 2021 का चिकित्सा या शरीर विज्ञान नोबल पुरस्कार साझा करेंगे। उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि किस प्रकार हमारे शरीर संवेदना को स्नायु तंत्र में इलेक्ट्रिकल संदेश में बदल देते हैं। इनके इस अनुसंधान से दर्द का उपचार करने के नए तरीकों का पता लग सकेगा।
कई तरह की बीमारियों का सटीक इलाज खोजने में मदद मिलेगी
किंग्स कालेज लंदन के आस्कर मैरिन ने कहा कि जूलियस और पटापौटियन की खोज यह भी दिखाती है कि अभी विज्ञानियों के लिए कितना कुछ जानना बाकी है। हम यह तो जानते हैं कि त्वचा स्पर्श, दाब और ताप पर प्रतिक्रिया देती है, लेकिन यह नहीं जानते कि अलग-अलग तापमान और दबाव का अनुभव त्वचा को कैसे होता है। इस खोज से हमें कई तरह की बीमारियों का सटीक इलाज खोजने में मदद मिलेगी। विज्ञानियों का मानना है कि यह खोज दिल की बीमारियों के इलाज का भी नया रास्ता बना सकती है। जूलियस और पटापौटियन ने विज्ञान की जिस शाखा में अध्ययन किया है, उसे सोमैटोसेंसेशन कहा जाता है।
दोनों विज्ञानियों को कावली अवार्ड भी दिया गया था
विजेताओं की घोषणा करते हुए नोबेल कमेटी के सेक्रेटरी जनरल थामस पर्लमैन ने कहा, ‘इस खोज ने प्रकृति का रहस्य खोला है। यह ऐसी जानकारी है, जिससे हमारा अस्तित्व जुड़ा है। इसीलिए यह बहुत अहम खोज है।’ पिछले साल इन दोनों विज्ञानियों को संयुक्त रूप से न्यूरोसाइंस के क्षेत्र में प्रतिष्ठित कावली अवार्ड भी दिया गया था।