भारतीय पैडलर भाविना पटेल ने आज 28 अगस्त को टोक्यो पैरालंपिक खेलों में महिला एकल वर्ग 4 के सेमीफाइनल में वर्ल्ड नंबर 3 खिलाड़ी चीन की झांग मियाओ को 3-2 से हराकर इस प्रतियोगिता के फाइनल में जगह बना ली है। पहली बार पैरालंपिक खेलों में भाग ले रहीं भाविना अब रविवार को गोल्ड मेडल के लिए दावेदारी पेश करेंगी। पैरालंपिक में भारत के अब तक 12 पदक कुल तीन खेलों – एथलेटिक्स, पावरलिफ्टिंग और तैराकी से आए हैं, ऐसे में भाविना के पदक जीतते ही भारत पैरालंपिक खेलों में अब टेबल टेनिस प्रतियोगिता में भी पदक जीत लेगा। प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने के साथ ही भाविना ने भारत के लिए टोक्यो पैरालंपिक गेम्स में पहला मेडल पक्का कर दिया है।
34 वर्षीय भाविना ने पहला गेम 7-11 से हारने के बाद रियो पैरालंपिक खेलो की रजत पदक विजेता मियाओ को 7-11, 11-7, 11-4, 9-11, 11-8 से लगातार सेटों में हराकर शानदार वापसी की और इस प्रतियोगिता के फाइनल में जगह बनाई।
रविवार को होगा फाइनल
फाइनल में भाविना का सामना चीनी खिलाड़ी झोउ यिंग से होगा, जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में गु शियाओदान को 11-4, 11-3, 11-6 से हराया था। अगर भाविना रविवार को आयोजित होने वाले फाइनल मुकाबले को जीतती हैं, तो वह पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला और कुल चौथी खिलाड़ी बन जाएंगी। वह तैराक मुरलीकांत पेटकर (1972), भाला फेंक खिलाड़ी देवेंद्र झाझरिया (2004, 2016) और हाई जम्पर मरियप्पन थंगावेलु (2016) के बाद पैरालंपिक खेलों में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाली चौथी खिलाड़ी होंगी।
कौन है भावना पटेल?
6 नवंबर 1986 को गुजरात के वडनगर में जन्मी भाविना को महज एक साल की उम्र में ही पोलियो की बीमारी ने घेर लिया था। इन सबके बावजूद भाविना ने अपना संघर्ष जारी रखा।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी बधाई
भाविना की इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है । पीएम मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “बहुत-बहुत बधाई भाविना पटेल! आपने शानदार प्रदर्शन किया। पूरा देश आपकी सफलता के लिए प्रार्थना कर रहा है और कल के मुकाबले में भी आपके साथ खड़ा रहेगा। आप बिना किसी दबाव के अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करें, आपकी खेल भावना हर किसी को प्रेरित करती है।