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उत्तराखंड: रविवार से मंगलवार तक भारी बारिश के कारण सबसे ज़्यादा प्रभावित कुमाऊं अंचल रहा, जिसका असर आम जनमानस पर आसानी से देखा जा सकता है। चंपावत में पेट्रोल और डीज़ल खत्म होने की कगार पर हैं तो अल्मोड़ा के पेट्रोल पंपों में परचा लिखकर टांग दिया गया है कि पेट्रोल खत्म हो चुका है। अब सरकारी इंतज़ामों और दावों के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूटता दिख रहा है।
चीज़ों के दाम आसमान छू रहे
अल्मोड़ा को जोड़ने वाला खैरना भवाली हाईवे भी ठप है और अब इसका सीधा असर आम लोगों के जीवन पर बुरी तरह दिखने लगा है। यहां के सभी पेट्रोल पंपों पर तेल न होने की सूचना के परचे टांग दिए गए हैं। यहां लोगों को रोज़मर्रा की ज़रूरत की चीज़ें भी मिलना मुहाल हो गई हैं। स्थानीय लोगों ने सरकार को पूरी तरह नाकाम बताते हुए कहा कि सप्लाई ठप है और चीज़ों के दाम आसमान छू रहे हैं। एनएच ही अब तक नहीं खुल पाए हैं तो ग्रामीण इलाकों की तो बात ही क्या है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हवाई दौरे के बाद सरकार की तरफ से सभी इंतज़ाम करवाए जाने और रास्ते खुलवाने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन स्थानीय लोगों की मानें तो हकीकत कुछ और ही है।
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