पुलिस कॉन्स्टेबल ने दुकान पर कब्जा करा,खोला पत्नी के नाम से मेडिकल स्टोर

उत्तर प्रदेश : संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान अस्पताल गेट पर पिछले 20 साल से होटल चला कर अपना गुजारा कर रहे दुकानदार की मृत्यु हो गई। मृतक की पत्नी पति के अंतिम संस्कार और तेरहवीं के ब्रम्हभोज के लिए अपने बच्चों के साथ बाराबंकी स्थित गांव चली गई इसी दौरान उत्तरप्रदेश पुलिस के एक कांस्टेबल ने दुकान पर कब्जा कर अपनी पत्नी के नाम मेडिकल स्टोर खोल दिया। जब इसकी जानकारी पीड़ित परिवार को मिली और वह दुकान पर पहुंची तो उसके साथ अभद्रता कर जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़िता ने आरोपी सिपाही के खिलाफ नामजद तहरीर दी है।

यह है पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक मृतक आत्मा राम दुबे,पत्नी सावित्री दुबे और बेटे कुलदीप दुबे के साथ सरस्वती पुरम कालोनी कोतवाली पीजीआई मकान नंबर 53 में परिवार के साथ रहते थे। सावित्री दुबे ने बताया कि बीते 15 अप्रैल को कोरोना से उनकी मृत्यु हो गई थी उस समय कोई क्रिया कर्म नहीं हो सका था। उनकी मृत्यु के बाद बेटा कुलदीप दुबे होटल चला रहा था। 19 सितंबर को जब वह दशम संस्कार,और तेरहवीं के लिए सपरिवार मूल स्थान ग्राम लोधीपुरवा ,बाराबंकी गए थे। मौका पाकर हरेराम उपाध्याय निवासी सरस्वती पुरम कालोनी पीजीआई जो कि हरदोई में पुलिस में सिपाही की पोस्ट पर कार्यरत है उसने अपने कुछ गुण्डो के साथ 21 सितंबर को रात करीब 11बजे पीजीआई गेट पर स्थित होटल का ताला तोड़ा और समान उठा ले गया,और जबरन कब्जा कर लिया। जब हरेराम उपाध्याय को फोन किया गया,तो हरेराम ने कहा कि हमने दुकान पर कब्जा कर लिया है। आज से यह दुकान हमारी है। अगर किसी ने इस दुकान पर आने की कोशिश की तो जान से हाथ धो बैठेगा ।वहीं 2018 में अवैध रूप से बनी इन दुकानों के टूटने का नोटिस सरकार द्वारा भेजा गया था,उसका स्टे ऑर्डर भी पीड़ित के पास है। दुकान पर हरेराम ने अपनी पत्नी के नाम से माया मेडिकल स्टोर खोल रखा है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।