गर्व: बरेली की बेटी उजाली विश्व बैंक में बनी सलाहकार

रामपुर गार्डन निवासी उजाली वर्मा ने बुधवार को विश्व बैंक नैरोबी, केन्या कार्यालय में बतौर सलाहकार ज्वाइन किया है। उनके पिता पंकज कुमार‌ दवा व्यापारी हैं और माता डा. हेमा वर्मा रुहेलखंड विश्वविद्यालय में होटल मैनेजमेंट विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। उजाली वर्तमान में अग्रणी कंपनी में मुंबई में सीनियर एसोसिएट कंसल्टेंट के पद पर कार्यरत हैं। वहां से अवकाश पर उन्होंने विश्व बैंक की सेवा ज्वाइन की है।

ऐसा रहा सफर

बरेली में जन्मी उजाली ने यहीं 12वीं आर्मी स्कूल से किया व मंडल में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कालेज से बीए आनर्स अर्थशास्त्र की डिग्री प्राप्त की। उसके बाद एक कंपनी में दो वर्ष एनालिस्ट के पद पर कार्यरत रहीं। मां डा. हेमा ने बताया कि बचपन से ही समाज में व्याप्त असमानताओं से विचलित होने वाली उजाली ने अपनी प्रतिभा व कड़ी मेहनत को समाज के वंचित वर्ग के उत्थान के लिए टाटा ट्रस्ट ज्वाइन किया।अपनी परियोजना में प्रोग्राम आफिसर के तौर पर गुजरात की इंचार्ज रही। उन्होंने अग्रणी अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय सामाजिक संस्थाओं से जुड़कर मुंबई व अमेरिका में कार्य किया। अब विश्व बैंक ने उजाली को केन्या में कार्य करने का मौका दिया है। वह शिक्षा ,बच्चों, युवाओं, वैश्विक विकास आदि क्षेत्र में प्रबंधन व रणनीति में कार्य करती हैं।विश्व बैंक का सर्वाधिक कार्य अफ्रीका में है व अब विश्व बैंक ने उजाली को केन्या में कार्य करने का मौका दिया है।जहां वह विश्व बैंक व केन्या सरकार के साथ परियोजनाओं पर काम करेंगी। अभी फिलहाल वर्क फ्राम होम कर रहीं उजाली जल्द ही नैरोबी के लिए रवाना होंगी।