रूस-यूक्रेन : अब तक मारे गए 137 लोग, यूक्रेन से भारतीयो को लाने का रोडमैप तैयार

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद ने अब भीषण रूप धारण कर लिया है । रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर घातक हमला किया है । जिनमें सैनिको सहित आम नागरिकों की भी मौत हुई है । गुरूवार को यूक्रेन की सेना रुसी आक्रमणकारियों से तीन मोर्चे पर लड़ती रही ।

पुतिन के आदेश के बाद सैन्य कार्रवाई’ की घोषणा

राष्ट्रपति पुतिन ने गुरुवार (24 फरवरी) तड़के पूर्वी यूक्रेन के डोनबास इलाके में ‘सैन्य कार्रवाई’ की घोषणा की । कीव में लाखों लोगों ने इसके बाद विस्फोटों और गोलियों की आवाज सुनीं । चारों तरफ अफरा -तफरी मच गयी । लोग अपने घरों को छोड़कर भागने लगे। हाईवे पर यातायात प्रभावित हुआ ।  पहले दिन रूस ने यूक्रेन पर जमकर मिसाइल बरसाईं । यूक्रेन ने बताया कि उत्तरी और पूर्वी हिस्से में रूस और बेलारूस के साथ लगने वाली सीमाओं के उस पार सैनिकों की मौजूदगी है । वो दक्षिण-पश्चिम में काला सागर और दक्षिण-पूर्व में आजोव सागर के तटों पर भी उतरे हैं । वहीँ  पुतिन ने मॉस्को में कारोबारियों से कहा कि उनके पास हमले की घोषणा करने के अलावा ‘कोई विकल्प नहीं’ था ।

यूक्रेन को रूस से लड़ने के लिए ‘अकेला छोड़’ दिया गया- राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की

एएफपी के अनुसार, यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की का कहना है कि युद्ध के पहले दिन 137 मौत हुई हैं । उन्होंने कहा कि यूक्रेन को रूस से लड़ने के लिए ‘अकेला छोड़’ दिया गया है । जेलेंस्की ने ट्विटर पर कहा, ‘रूस बुराई की राह पर चल पड़ा है, लेकिन यूक्रेन अपना बचाव कर रहा है और अपनी स्वतंत्रता नहीं छोड़ेगा ।  137 “हीरो”, जिनमें 10 सैन्य अधिकारी शामिल थे, मारे गए हैं और 316 लोग घायल हुए हैं । यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के एक सलाहकार ने कहा कि रूस की सेना ने राजधानी से सिर्फ 90 किलोमीटर उत्तर में मौजूद चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र और कीव में होस्टोमेल हवाई अड्डे पर कब्जा कर लिया है, जहां पहले पैराट्रूपर्स उतरे थे । राष्ट्रपति जेलेंस्की ने नागरिकों से अपने देश की रक्षा करने का आह्वान किया और कहा कि लड़ने के लिए तैयार किसी भी शख्स को हथियार दिए जाएंगे ।

रूस ने लड़ाई की शुरुआत से अब तक 203 हमले किए

रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन पर आक्रमण के पहले दिन सभी लक्ष्यों को हासिल कर लिया गया है साथ ही रूस ने यूक्रेन में जमीन पर यानी लैंड-बेस्ड 83 लक्ष्यों को निशाना बनाकर उन्हें नष्ट कर दिया है  वहीं यूक्रेन की पुलिस ने कहा कि रूस ने लड़ाई की शुरुआत से अब तक 203 हमले किए हैं ।

भारतीय वापस हमारे देश नहीं पहुंच जाता तब तक भारतीय दूतावास यहां काम जारी रखेगा

यूक्रेन में भारत के राजदूत पार्थ सत्पथी का कहना है कि जब तक यहां(यूक्रेन) से हर भारतीय वापस हमारे देश नहीं पहुंच जाता तब तक भारतीय दूतावास यहां काम जारी रखेगा । यूक्रेन में हमारा दूतावास खुला है और लगाता काम कर रहा है। युद्ध के चलते एयर स्पेस बंद कर दिया गया है जिसके चलते स्पेशल फ्लाइट प्रभावित हुई हैं। इस स्थिति में मेरी यहां यूक्रेन में सभी भारतीय नागरिकों से अपील है कि आप जहां हैं, वहीं रहें । हम यहां प्रशासन के संपर्क में हैं, भारत सरकार, विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास स्थिति को देखते हुए पूरी तरह सतर्क है और प्रयास कर रहा है कि हमारे नागरिकों को यहां(यूक्रेन) से कैसे निकाला जा सकता है ।
उत्तराखंड के सीएम धामी ने कहा कि
हम प्रतिबद्ध और संकल्पबद्ध हैं युक्रेन में फंसे उत्तराखंड के लोगों को वापस लाने के लिए जिसके लिए हम लगातार बात कर रहे हैं ।

भारतीयों को वापस लाने का रोडमैप तय किया गया

रूस और यूक्रेन के बीच जंग पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है । विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने कहा कि यूक्रेन में भारतीयों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है । हर्ष श्रृंगला ने यूक्रेन से भारतीयों को वापस लाने का रोडमैप बताया ।
उन्होंने कहा कि पोलैंड के रास्ते यूक्रेन में फंसे भारतीय लौट सकेंगे । पोलैंड और यूक्रेन की सीमा पर भारतीय दूतावास ने कैंप बनाए हैं ।  हर्ष श्रृंगला ने कहा कि विदेश मंत्री पोलैंड रोमानिया और हंगरी के विदेश मंत्री से बात करेंगे । उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पिछले कुछ दिनों में 4000 भारतीय नागरिक पहले ही यूक्रेन छोड़ चुके हैं । 

तीसरे विश्‍व युद्ध की आशंका

बता दें कि यूक्रेन की आबादी 41 मिलियन (4.10 करोड़) से ज्‍यादा है और वह यूरोप का आठवां सबसे ज्‍यादा आबादी वाला देश है।सबसे बड़ा शहर राजधानी कीव है।  रूस के सामने यूक्रेन कहीं नहीं ठहरता। रूस का क्षेत्रफल 17,125,191 वर्ग किलोमीटर है, यूक्रेन से करीब तीन गुना ज्‍यादा। रूस की विकसित  अर्थव्‍यवस्‍था है, रूस की गिनती दुनिया के दो सबसे ताकतवर देशों में की जाती है । यूक्रेन बॉर्डर पर रूसी सेना के आगे बढ़ने के साथ ही डिफेंस एक्‍सपर्टस ने  तीसरे विश्‍व युद्ध की आशंका जताई है ।