सूडान की सेना ने नागरिक शासन भंग कर दिया है और आपात स्थिति की घोषणा कर दी है। राजनीतिक नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है और प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हमदोक को उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के साथ नजरबंद कर दिया गया है। प्रदर्शनकारी राजधानी खार्तूम की सड़कों पर उतर आये हैं और गोलीबारी की खबर है।
नागरिक प्रशासन के बीच तनाव चला आ रहा है
सूडान में लंबे समय से सत्तारूढ़ ओमान अल बशीर को दो वर्ष पहले अपदस्थ किये जाने और एक अस्थायी सरकार की स्थापना के बाद से सेना और नागरिक प्रशासन के बीच तनाव चला आ रहा है। देश के गहरे आर्थिक संकट को देखते हुए सूडान को अंतर्राष्ट्रीय सहयोग -सहायता मिलती रही है लेकिन अब सेना के काबिज होने के बाद इसके बंद होने का जोखिम है।
नागरिक शासन की स्थापना के लिये अभी भी प्रतिबद्ध है
प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हमदोक ने लोगों से शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन जारी रखने की अपील की है। सेना और नागरिक प्रशासन के बीच सत्ता साझा करने की व्यवस्था के तहत संयुक्त परिषद का नेतृत्व कर रहे जनरल अब्देल फतह बरहान ने टेलीविजन पर संबोधन में कहा कि नेताओं के बीच संघर्ष, बढ़ती महत्वाकांक्षा और हिंसा उकसाये जाने के कारण उन्हें देश की रक्षा के लिये यह कदम उठाने को बाध्य होना पड़ा। उन्होंने कहा कि सूडान अंतराष्ट्रीय समझौतों के प्रति और 2023 में प्रस्तावित चुनावों के बाद नागरिक शासन की स्थापना के लिये अभी भी प्रतिबद्ध है।