बच्चों पर कोरोना की तीसरी लहर का असर अधिक बताया जा रहा है । जिसके लिए भारत में वैक्सीनेशन के लिए प्रयास तेज़ी से हो रहे हैं । एक्सपर्ट के अनुसार सितंबर तक भारत में कोरोना की वैक्सीन आ सकती है और इसके लिए तेज़ी से ट्रायल चल रहे हैं । जबकि अन्य देशों में तीसरी लहर का काफी भयावह असर देखने को मिल रहा है ।
डेल्टा वैरिएंट की वजह से मौत
बात करें इंडोनेशिया की तो बीते एक हफ्ते के दौरान कोरोना की चपेट में आने के बाद 100 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गयी । यहां तक मरने वाले कई बच्चों की उम्र 5 से भी कम बताई जा रही है । बढ़ती मौत के मामले के पीछे की मुख्य वजह डेल्टा वैरिएंट को बताया जा रहा है । इंडोनेशिया दुनिया का चौथा सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है लेकिन भारत और ब्राजील को पीछे छोड़ वहां संक्रमण में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है इंडोनेशिया ही नहीं, थाईलैंड, मलेशिया, म्यांमार और वियतनाम जैसे देशों में भी संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है ।
भारत ने मदद के लिए बढ़ाए हाथ
इंडोनेशिया में इतनी बड़ी तादाद में बच्चों की मौत से हाहाकार मचा है और स्थानीय लोग इसे सरकार की नाकामी बता रहे हैं । लोगों में गुस्सा है कि सरकार की ओर से तीसरे लहर के खतर को देखते हुए पहले से तैयारियां क्यों नहीं की गईं । उधर भारत ने भी इंडोनेशिया की मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं और इंडोनेशिया को 300 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और सौ मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई की है ।