संसद का मॉनसून सत्र 19 जुलाई से होगा शुरू, इसकी पूर्व संध्या पर लगाई जाएगी यु.वी.-सी. डिस्इंफेक्शन टेक्नोलॉजी

संसद के मॉनसून सत्र का आगाज 19 जुलाई से हो रहा है, जो 13 अगस्त तक चलेगा। दोनों सदनों की बैठक सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक चलेगी
बैठक में संसद के दोनों सदनों के सुचारू संचालन के लिए सभी दलों से सहयोग मांगा जाएगा। संसद सत्र  दोनों सदनों की कुल 19 बैठकें होंगी। । मॉनसून सत्र के लिए दोनों सदनों में तैयारी कर ली गई है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि 18 जुलाई को सभी दलों के संसदीय दल के नेताओं की बैठक बुलाई गई है। इस सत्र में कुल 19 बैठकें आयोजित होंगी।

संक्रमण रोधी प्रणाली 19 जुलाई से शुरू हो रहे संसद सत्र की पूर्व संध्या पर लगाई जानी है

विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉक्टर जितेन्द्र सिंह ने संसद भवन में नवीनतम यु.वी.-सी. डिस् इंफेक्शन टेक्नोलॉजी लगाने की रूप-रेखा पर कल विज्ञान विशेषज्ञों से विचार-विमर्श किया। यह संक्रमण रोधी प्रणाली 19 जुलाई से शुरू हो रहे संसद सत्र की पूर्व संध्या पर लगाई जानी है। वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद ने यह प्रौद्योगिकी विकसित की है। डॉक्टर जितेन्द्र सिंह ने बताया है कि हवा के जरिए कोविड संक्रमण की रोकथाम करने की यह प्रणाली संसद के केन्द्रीय कक्ष, लोकसभा चैम्बर और समिति कक्ष 62 और 63 में लगाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि इसके बावजूद हर व्यक्ति को मास्क लगाने, भीड़ से बचने और सुरक्षित दूरी बनाए रखने के एहतियाती उपायों का कड़ाई से पालन करना होगा।

ज्यादातर संसद सदस्यों की दूसरी डोज पूरी

लोकसभा अध्यक्ष ने ओम बिरला ने कहा कि ज्यादातर संसद सदस्यों ने टीकाकरण करा लिया है जबकि 311 सदस्यों ने कोरोना से बचाव के लिए टीके की दूसरी डोज भी ले ली है। वहीं, 23 सदस्य जो कोरोना संक्रमित हुए थे, उनको अभी टीका नहीं लगा है। उन्होंने आगे बताया कि 3-4 सदस्यों ने स्वास्थ्य कारणों से टीका नहीं लगवाया है।

वैक्सीन लगवा चुके को भी कराना होगा आरटीपीसीआर टेस्ट

उन्होंने कहा कि मानसून सत्र की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए सदस्यों, संसद कर्मियों और मीडियाकर्मियों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट की व्यवस्था की गई है। हालांकि, जिसे टीके की दोनों डोज लग गई है, उनके लिए आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य नहीं है।
इसके साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि जो सदस्य टीका नहीं लगवाएंगे उनसे वह व्यक्तिगत आग्रह करेंगे कि वह आरटीपीसीआर टेस्ट कराकर सदन में आएं।