दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा 19 सितंबर 2008 में आज ही के दिन बाटला हाउस कांड में आतंकवादियों की गोली से शहीद हो गए थे। उनकी याद में पैतृक गांव तिमिलखाल में हर साल 19 सितंबर को शहीद दिवस मनाया जाता है। आज उनकी 13 वीं पुण्य तिथि मनाई जाएगी।
स्व. मोहन शर्मा की याद में उनके पैतृक गांव तिमिलखाल में बनाया गया है शहीद स्मारक-
अशोक चक्र राष्ट्रपति पदक और पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पुलिस गैलेंट्री मेडल से सम्मानित स्व. मोहन शर्मा ने दर्जनों आतंकी मार गिराए थे। 24 सितंबर 1965 में जन्मे स्व. शर्मा की याद में उनके पैतृक गांव तिमिलखाल में शहीद स्मारक भी बनाया गया है। इसमें हर साल श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। क्षेत्र के तमाम लोग इस कार्यक्रम में बड़े गर्व के साथ भाग लेते हैं। स्व. मोहन शर्मा को राष्ट्रपति पुरस्कार के साथ ही मरणोपरांत अशोक चक्र पिछले वर्ष 15 अगस्त के अवसर पर पुलिस गैलेंट्री मेडल से सम्मानित किया गया। स्व. शर्मा को सात बार वीरता पुरस्कार से नवाजा गया।
आतंकवादियों की गोली से हुए थे शहीद-
गौरतलब है कि 13 सितंबर 2008 को दिल्ली में हुए सीरियल ब्लास्ट के छह दिन बाद 19 सितंबर को जामिया नगर के बाटला हाउस में हुए एनकाउंटर में दो आतंकी मारे गए थे, जबकि दो फरार हो गए थे। इसी दौरान आतंकवादियों की गोली से चौखुटिया तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत आदिग्राम कनौणियां के तिमिलखाल निवासी पुलिस इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा शहीद हो गए थे। बहुचर्चित रहे इस एनकाउंटर मामले में 25 जुलाई 2013 को दिल्ली की साकेत कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। इसमें मुठभेड़ को सही ठहराते हुए आतंकी शहजाद को स्व. मोहन शर्मा की हत्या का दोषी मानते हुए सजा सुनाई गई थी।