धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आईआरसीटीसी ने वातानुकूलित आधुनिक पर्यटक ट्रेन के माध्यम से भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े स्थलों की यात्रा शुरू की है । यह विशेष ट्रेन की शुरुवात पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार की पहल “देखो अपना देश” के तहत, घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही है।
यात्रा में लगेंगे कुल 17 दिन
पूरी यात्रा में कुल 17 दिन लगेंगे। यात्रा का पहला पड़ाव प्रभु श्रीराम का जन्म स्थान अयोध्या होगा, जहां श्रीराम जन्मभूमि मंदिर, श्री हनुमान मंदिर और नंदीग्राम में भरत मंदिर के दर्शन कराये जाएंगे। अयोध्या से रवाना होकर यह ट्रेन सीतामढ़ी जाएगी, जहां जानकी जन्म स्थान व नेपाल के जनकपुर स्थित राम जानकी मंदिर का दर्शन प्राप्त किया जा सकेगा।
ट्रेन का अगला पड़ाव भगवान शिव की नगरी काशी होगी, जहां से पर्यटक बसों द्वारा काशी के प्रसिद्ध मंदिरों सहित सीता समाहित स्थल, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट की यात्रा करेंगे। इस दौरान काशी प्रयाग व चित्रकूट में रात्रि विश्राम होगा।
चित्रकूट से चलकर यह ट्रेन नासिक पहुंचेगी जहां पंचवटी व त्रयंबकेश्वर मंदिर का भ्रमण किया जा सकेगा। नासिक के पश्चात प्राचीन किष्किंधा नगरी हंपी इस ट्रेन का अगला पड़ाव होगा, जहां अंजनी पर्वत स्थित श्री हनुमान जन्म स्थल व अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक व विरासत मंदिरों का दर्शन कराया जाएगा।
इस ट्रेन का अंतिम पड़ाव रामेश्वरम होगा। रामेश्वरम में पर्यटकों को प्राचीन शिव मंदिर व धनुषकोडि का दर्शन लाभ प्राप्त होगा। रामेश्वरम से चलकर यह ट्रेन 17वें दिन दिल्ली वापस पहुंचेगी। इस दौरान ट्रेन द्वारा लगभग 7,500 किलोमीटर की यात्रा पूरी की जाएगी
यात्रियों को मिलने वाली सुविधाएं
इस यात्रा की बुकिंग के लिए 18 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग के प्रत्येक यात्री को कॉविड के टीके का दोनों डोज लगा होना अनिवार्य होगा।
इस टूर पैकेज में यात्रियों को रेल यात्रा के अलावा शाकाहारी भोजन, वातानुकूलित बसों द्वारा पर्यटक स्थलों का भ्रमण, एसी होटलों में ठहरने की व्यवस्था, गाइड व इंश्योरेंस आदि कि सुविधाएं भी शामिल हैं।