उत्तराखंड: पर्यटन की असीम संभावनाओं के बावजूद विदेशी सैलानियों के लिए बैन है उत्तराखंड का यह खूबसूरत शहर, जानिये क्यों

उत्तराखंड की खूबसूरती से आकर्षित होकर देश ही नहीं बल्कि विदेशों से लोग यहाँ घूमने आते हैं। उत्तराखंड को देश की देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन शायद आप नहीं जानते होंगे कि उत्तराखंड में एक ऐसी  जगह भी है जहाँ जाना विदेशी सैलानियों के लिए निषेध है।

ब्रिटिश काल से आर्मी का बेस रहा है यह क्षेत्र

हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड के चकराता गांव की, जहाँ विदेशियों का जाना बैन है। इस गांव में भारतीय आर्मी की छावनी है। चकराता हमेशा भारतीय आर्मी की निगरानी में रहता है। यह छोटा सा शहर चकराता देहरादून के पास बसा हुआ है, जो इंफैन्ट्री बेस के रूप में ब्रिटिश शासन के दौरान इस्तेमाल किया जाता था।

पर्यटन की असीम संभावना के बावजूद क्षेत्र में पर्यटन निषेध

चकराता गांव विशेष रूप से शांत, सुंदर और प्रदूषण मुक्त जगह के लिए जाना जाता है। इस गांव की जनसंख्या भी बेहद कम है। चकराता गांव में टाइगर फॉल नामक उत्तराखंड का सबसे ऊंचा झरना है। यह जमीन से लगभग 100 मीटर ऊंचा है। इसके अलावा देववन से आप चकराता का मनोरम दृश्य देख सकते हैं। देवदार पेड़ इस क्षेत्र की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं। यह क्षेत्र सूर्यास्त का मनोरम दृश्य का अनुभव कराता है। आप चिरमिरी क्षेत्र जाकर परम आनंद का अनुभव कर सकते हैं। इतना आकर्षक होने के बावजूद यह क्षेत्र पर्यटन के लिहाज से विदेशी सैलानियों के लिये बिलकुल भी उपलब्ध नहीं है।