उत्तराखंड: सुंदरधुंगा ग्लेशियर में पांच पर्यटकों की मौत,एक लापता

उत्तराखंड: बागेश्वर जिले के सुंदरधुंगा ग्लेशियर में पांच पर्यटकों की मौत हो गई है और एक पर्यटक लापता है। कुमाऊं क्षेत्र बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि बागेश्वर से करीब 80 किलोमीटर दूर इस जगह से चार लोगों को बचा लिया गया है। उन्होंने कहा कि 65 से अधिक पर्यटक बागेश्वर के ऊपरी इलाकों में फंस गए हैं। इनमें कफनी में 20, द्वाली ग्लेशियर में 34 और सुंदरधुंगा में 10 लोग शामिल हैं।

ग्लेशियर में फंसे 22 पर्यटकों को बचाया

शिखा सुयाल ने बताया कि जिले से तीन बचाव दल भेजे हैं।देहरादून से एक हेलीकॉप्टर और एनडीआरएफ की एक टीम भी पर्यटकों को बचाने के लिए भेजी गई है। ज्यादातर पर्यटक कोलकाता के हैं। बुधवार को भेजी गई बचाव टीमों में से एक ने द्वाली ग्लेशियर पहुंचकर वहां फंसे 22 पर्यटकों को बचाया।उन्होंने बताया कि बचाए गए लोगों को पिंडर नदी के पूर्वी हिस्से में ले जाया गया है और ग्लेशियर में फंसे अन्य पर्यटकों को बचाने के प्रयास जारी हैं।पर्यटक पिछले चार दिनों से फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा भेजी गई टीम संभवत: आज रात मौके पर पहुंचेंगी और उसके बाद ही वास्तविक स्थिति और फंसे पर्यटकों की संख्या का पता चलेगा। जिला प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि पिथौरागढ़ जिले की दारमा और व्यास घाटियों में फंसे 60 से अधिक पर्यटकों को बृहस्पतिवार को भारतीय सेना के चिनूक और एएलएच हेलीकॉप्टरों द्वारा बचाया गया है। उन्होंने बताया कि पर्यटकों को तीन उड़ानों के जरिये नैनी सैनी हवाई अड्डे पर ले जाया गया।जिलाधिकारी आशीष चौहान ने बताया, उत्तर प्रदेश के झांसी और बबीना क्षेत्रों के 30 से अधिक पर्यटक जो छोटा कैलाश की यात्रा कर रहे थे। पिछले पांच दिनों से फंसे हुए थे। प्रशासन ने उन्हें बचाने के लिए सेना की मदद ली क्योंकि भारी बारिश के बाद सड़क अवरुद्ध हो गई थी। पर्यटकों को आज सुरक्षित पिथौरागढ़ हवाई अड्डे पर ले जाया गया।