बीएड की फ़र्ज़ी डिग्री ओर प्रमाण पत्र के आधार पर बने नकली शिक्षक को अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक शिक्षा महावीर सिंह बिष्ट द्वारा निलबिंत कर दिया गया ।
2008 में हुई भर्ती
देहरादून जिले के राउमावि कामला (कालसी) में सहायक अध्यापक सामाजिक विज्ञान खिलेश लाल की नियुक्ति वर्ष 2008 में रुद्रप्रयाग जिले में प्राथमिक शिक्षा विभाग में शिक्षक के रूप में हुई थी। शिक्षक ने 2000 में चौधरी चरण सिंह विवि मेरठ से उत्तीर्ण बताया था। लेकिन सितंबर 2020 को एसआइटी जांच में शिक्षक के बीएड अंक पत्र व प्रमाण पत्र फर्जी निकले । चार फरवरी 2021 को खंड शिक्षा अधिकारी कालसी ने सहायक अध्यापक खिलेश लाल के खिलाफ कालसी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। एसआइटी की संस्तुति व शिक्षा महानिदेशालय के निर्देशानुसार अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा पौड़ी ने शिक्षक को पांच अक्टूबर 2021 को अपना पक्ष रखने के निर्देश दिए। लेकिन इसके बाद भी शिक्षक द्वारा अपना पक्ष विभाग में नहीं रखा गया ।
निलंबित कर दिया गया
जिसके उपरान्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा गढ़वाल मंडल पौड़ी महावीर बिष्ट द्वारा खिलेश लाल को शिक्षक के पद से निलंबित कर दिया गया ।