उत्तराखंड: शीतकाल के लिए बंद हुए द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट, अब ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में होंगे दर्शन


उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गये है।

द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते कल मंगलवार को द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट सुबह विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद किए गए। सुबह सात बजे कपाट बंद करने की धार्मिक प्रक्रिया आरंभ हुई। जिसके बाद मंगलवार प्रातः 8 बजे शीतकाल को लेकर मार्गशीर्ष कृष्ण चतुर्दशी स्वाति नक्षत्र के शुभ मुहूर्त में कपाट बंद किए गए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। कपाट बंद होने के बाद मद्महेश्वर की चल विग्रह डोली ने मंदिर की परिक्रमा के बाद प्रथम पड़ाव गौंडार के लिए प्रस्थान किया। ढोल-दमाऊं की पवित्र धुनों के साथ डोली पहले पड़ाव गौंडार के लिए रवाना हुई।

ऊखीमठ में तीन दिवसीय मद्महेश्वर मेला होगा आयोजित

इस संबंध में बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि 19 नवंबर बुधवार को भगवान मद्महेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली राकेश्वरी मंदिर रांसी तथा 20 नवंबर गुरुवार को गिरिया प्रवास करेगी। 21 नवंबर शुक्रवार को चल विग्रह डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी। डोली 21 नवंबर को ऊखीमठ पहुंचेगी, जहां शीतकालीन पूजा होगी। इस मौके पर भगवान मद्महेश्वर की डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचने पर ऊखीमठ में तीन दिवसीय मद्महेश्वर मेला आयोजित होगा। जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। जिसमें मद्महेश्वर मेला 20 नवंबर से शुरू होकर और 22 नवंबर तक चलेगा।