अल्मोड़ा: डीडीए के खिलाफ संघर्ष समिति ने दिया धरना, जल्द मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की दी चेतावनी

अल्मोड़ा: पर्वतीय क्षेत्रों से जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग फिर से तेज हो गई है। मंगलवार को सर्वदलीय संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न संगठनों ने गांधी पार्क में धरना दिया। सरकार के खिलाफ जमकर जारेबाजी करते हुए डीडीए को समाप्त करने की मांग की। जल्द मांग पूरी नहीं होने पर पूरे कुमाऊं में आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।

आक्रोश बढ़ाता ही जा रहा है

    मंगलवार को समिति के संयोजक व पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने कहा कि डीडीए को लेकर पर्वतीय जनपदों में सरकार के खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ाता ही जा रहा है। भाजपा सरकार की डीडीए को स्थगित करना इस सरकार की षडयंत्रकारी नीति है। जहां एक ओर प्राधिकरण स्थगित किया गया है, वहीं दूसरी ओर मानचित्र स्वीकृत करने के लिए कोई शासनादेश जारी नहीं किया गया है। जिसके फलस्वरूप भवन निर्माण के लिए मानचित्र स्वीकृत कराने के लिए शपथ पत्र देकर मानचित्र की स्वीकृति प्राधिकरण के तहत लेनी पढ़ रही है, जो कि औचित्यहीन है और भ्रष्टाचार से प्रेरित लगता है। उन्होंने कहा कि विरोध में सभी दलों के विधायकों ने विधानसभा के पटल पर भी बार-बार इसे समाप्त करने का मुद्दा उठाया था।

डीडीए को समाप्त करने का आग्रह किया था।

वर्तमान में शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत ने भी पूर्व में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को ज्ञापन देकर स्वयं जिला स्तरीय डीडीए को समाप्त करने का आग्रह किया था। वक्ताओं ने कहा कि सरकार जल्द डीडीए समाप्ति का शासनादेश जारी करे। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।

ये लोग रहे मौजूद

समिति के संयोजक प्रकाश चंद्र जोशी, आनंद सिंह बगडवाल, सभाषद हेम चंद्र तिवारी, भारतरत्न पांडे, अख्तर हुसैन, राजीव कर्नाटक, दीपांशु पांडे, लक्ष्मण सिंह ऐठानी, एनडी पांडे, ललित मोहन पंत, नवीन चंद्र गुणवंत, ललित मोहन जोशी, हेम चंद्र जोशी, हर्ष कनवाल, अरविंद रौतेला, एमसी कांडपाल, प्रताप सिंह सत्याल समेत विभिन्न संगठनों के लोग मौजूद रहे।