अल्मोड़ा : कोरोना की तीसरी संभावित लहर को देखते हुए अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज ने, कोविड को हराने की कवायद तेज कर दी गयी है । तीसरी लहर बच्चों के लिए अधिक घातक बतायी जा रही है । जिसके चलते जनपद में पीकू की (पेडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) की स्थापना के लिए कदम बढ़ा दिए गए है । पीकू के सफल संचालन को एक हजार लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) क्षमता वाले नए ऑक्सीजन प्लांट की तैयारी भी कर ली गई है।
पहले चरण में आइसीयू सुविधा से लैस बच्चों के 10 बेड बनाये जाएंगे और 20 बेड वाला वार्ड वयस्कों के लिए बनाये जाएंगे ।
18 साल तक के बच्चों की जानकारी जुटा रहा स्वास्थ्य विभाग
तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग शून्य से 18 तक के बच्चों की जानकारी जुटा रहा है ।
प्राचार्य डा. रामगोपाल नौटियाल के प्रयासों से 6.18 करोड़ की लागत से पीकू की स्थापना की जा रही है उम्मीद की जा रही है कि स्वतंत्रता दिवस तक पीकू को संचालित किया जा सकता है । इसके बाद नीकू की निकू’ यानि न्योनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (निकू) का निर्माण किया जाएगा। इसमें आपात स्थिति में नवजात बच्चों को बेहतर उपचार दिया जा सकेगा। इसमें 18 साल तक के बच्चों को उपचार दिया जाएगा ।
रोड के लिए भूमि कटान तेज कर दिया गया है
आपातकाल में प्रत्येक बेड तक जरूरतमंद को प्राणवायु दी जा सके, इसके लिए ऑक्सीजन सप्लाई लाइन बिछाई जा रही है। मेडिकल कॉलेज को जोड़ने वाली सड़क को धरातल पर उतारने की तैयारी भी कर ली गयी है रोड के लिए भूमि कटान तेज कर दिया गया है। ताकि आवश्यकता पड़ने पर बिना कोई परेशानी के एंबुलेंस आसानी से आ जा सके।