उत्तराखंड के साहित्यकार और कुमाऊँनी कवि हंसा दत्त पांडेय का निधन हो गया है । उनकी उम्र अभी 81 वर्ष थी । वह अपने गांव माला में ही रहते थे ।
उनके द्वारा रचित पुस्तक
उनके द्वारा रचित पुस्तक म्यार क्वीड़, समर्पण, मन, उमाव, जय मां मल्लिका आदि थी । वह हस्त रेखा के भी विशेषज्ञ माने जाते थे । उनके निधन से नगर मई में शोक की लहर दौड़ पड़ी है ।
शोक व्यक्त किया
साहित्यकार डॉ. कपिलेश भोज, बौरारौ संघर्ष समिति संयोजक सुरेश बोरा, सुशांत जोशी, भुवन जोशी, जिपं सदस्य गीता जोशी, धीरज पांडे, कैप्टेन पीतांबर जोशी, रमेश भाकुनी, मनोज जोशी, कैलाश जोशी आदि ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।