April 26, 2024

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अल्मोड़ा: अच्छी खबर.. अब अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में हो सकेगी कोरोना के वेरिएंट की जांच

अल्मोड़ा में कोरोना संक्रमण के वेरिएंट की जांच यानी जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए अब सैंपलों को देहरादून भेजने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संथान मेडिकल कॉलेज में ही कोरोना के विभिन्न वेरिएंट की जांच हो सकेगी। इसके लिए कॉलेज में जांच लैब का निर्माण किया जा रहा है। अगले माह से जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच यहां शुरू होने की उम्मीद है। कुमाऊं के चारों पर्वतीय जिलों को इसका लाभ मिलेगा। कम समय में ही इसकी रिपोर्ट भी मिल सकेगी।

कोरोना की चौथी लहर दे रही है दस्तक

देश के कुछ हिस्सों में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच कोरोना की चौथी लहर की आशंका जताई जा रही है। कोरोना की हर लहर में डेल्टा, ओमिक्रान जैसे नए-नए वेरिएंट सामने आए। वेरिएंट की जांच के लिए स्वास्थ्य महकमे को भी मशक्कतों का सामना करना पड़ा।

अब तक वेरिएंट जांच के लिए देहरादून भेजे जाते थे संक्रमितों के स्वैब

पूर्व में उत्तराखंड में एकमात्र देहरादून में ही जीनोम सिक्वेंसिंग की लैब थी। राज्य के सभी 13 जिलों से कोरोना पॉजिटिव मरीजों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दून भेजे जाते थे। ऐसे में जांच रिपोर्ट आने में 15 से 25 दिनों तक का समय लगता था। लोड अधिक होने से मरीजों को काफी दिन रुकना पड़ता था।

मेडिकल कॉलेज में जीनोम सिक्वेंसिंग लैब का निर्माण

अब यह जांच अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में शुरू होने जा रही है। कॉलेज में करीब पौने दो करोड़ की लागत से जीनोम सिक्वेंसिंग लैब का निर्माण किया जा रहा है। लैब तैयार होेने के बाद अल्मोड़ा समेत बागेश्वर, पिथौरागढ़ और चम्पावत जिले के संक्रमितों के स्वैबों की अल्मोड़ा में सिक्वेंसिंग यानी वैरिएंट की जांच हो सकेगी। इससे जांच में संक्रमित मरीज के संक्रमण के वैरिएंट का पता लग सकेगा।