April 18, 2024

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अल्मोड़ा: भूगोल विभाग एवम रसायन विभाग में विश्व ओजोन दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित

आज़ादी के अमृत महोत्सव के तत्वाधान में एस एस जे विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग एवम रसायन विभाग में आज  विश्व ओजोन दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया । कार्यक्रम में ओजोन दिवस की शुरुआत, इसके इतिहास और आज इसकी आवश्यकता पर बात की गई ।  विभाग के शोध तथा स्नातकोत्तर कक्षाओं के छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम प्रस्तुत किये ।  दीक्षिता पांडे और गौरव गोस्वामी ने ओजोन दिवस के इतिहास और ओजोन गैस के विषय में अपना प्रस्तुतीकरण दिया । चांदनी आर्या ने इसके कारणों और प्रभावों पर बात की ।  पायल शर्मा ने पर्यावरण संरक्षण के लिए हम स्वयं क्या  कर सकते हैं, इस पर चर्चा की ।  हिमानी, इंद्रा और आशा ने पोस्टर प्रस्तुत किए।

धरती को बचाने की जिम्मेदारी हम सबकी है अतः सब आगे आयें

  विभाग के प्राध्यापकों ने भी अपनी बात रखी । डॉ नरेश पन्त ने ओजोन दिवस के बारे में बताते हुए कहा धरती को बचाने की जिम्मेदारी हम सबकी है अतः सब आगे आयें । डॉ पूरन जोशी ने विकसित और विकासशील देशों में पर्यावरणीय संरक्षण को लेकर जो बहस है, उस पर बात रखी । अंत में विभागाध्यक्ष डॉ ज्योति जोशी ने अपना वक्तव्य रखते हुए कहा कि पृथ्वी के अधिकांश संसाधनों का उपयोग मनुष्य ने किया है अतः मनुष्य की ये अतिरिक्त जिम्मेदारी भी है कि वह इस ग्रह के संरक्षण का भी सोचे ।  डॉ जोशी ने यह भी कहा कि वर्तमान समय में हमें वैश्विक स्तर की समस्याओं के विषय में सोचते हुए अपनी स्थानीयता को आधार बनाकर व्यवहार करना होगा । विभाग के डॉ युगल पांडे ने बताया कि स्वयं के प्रयासों से ही हम इन पर्यावरणीय समस्याओं का निदान कर सकते हैं । कार्यक्रम का संचालन डॉ अरविंद सिंह यादव ने किया ।  कार्यक्रम को सफल बनाने में विभाग के  ललित पोखरिया और जीतेन्द्र कुमार  का भी योगदान रहा । इस अवसर पर विवेक कुमार, राजन गोस्वामी, पूनम गड़िया, पूनम नैनवाल, भावना कार्की, मयंक सतवाल, राहुल वोहरा आदि उपस्थित थे ।

रसायन विज्ञान विभाग में विश्व ओज़ोन दिवस के उपलक्ष्य में एक व्याख्यानमाला का आयोजन

रसायन विज्ञान विभाग में विश्व ओज़ोन दिवस के उपलक्ष्य में एक व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में एस एस  जे परिसर के अधिष्ठाता प्रशासन प्रोफेसर पी एस बिष्ट तथा मुख्य वक्ता के रूप में रसायन विज्ञान की प्रभारी विभागाध्यक्ष डॉ प्रियंका सागर थी।

आधुनिकता एवं विकास की इस दौड़ में हम पर्यावरण के प्रति कम संवेदनशील हो रहे है

कार्यक्रम का संचालन विभाग के वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ डी एस धामी ने किया।सर्वप्रथम डॉ डी एस धामी ने अथितियों के स्वागत करते हुए ओजोन दिवस के इतिहास पर रूप रेखा प्रस्तुत की। तदोपरांत मुख्य अतिथि प्रोफेसर पी एस बिष्ट ने अपने विचार व्यक्त किये और कहा कि आधुनिकता एवं विकास की इस दौड़ में हम पर्यावरण के प्रति कम संवेदनशील हो रहे है,अतः पर्यावरण के साथ हमे बहुत ज्यादा संवेदनशील होने की जरुरत है जिससे कि आने वाली पीढ़ी सुखद जीवन जी सके।मुख्य वक्ता डॉ प्रियंका सागर ने अपने व्याख्यान की शुरुआत ओजोन की मूल रसायन को समझाते हुए किया।उन्होंने कहा कि ओजोन परत एक मजबूत सुरक्षा कवच है,यदि इसमें किसी भी तरह से असंतुलन हुआ तो भविष्य में गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।साथ ही उन्होंने ओजोन परत क्षरण के के लिए उत्तरदायी पदार्थो की भी विस्तृत चर्चा की और कहा कि हमे हरित क्रांति पर आधारित संसाधनों पर जोर देने की आवश्यकता है ।इसी क्रम में डॉ राजेंद्र जोशी, रोहित शर्मा, हिमानी जोशी,कमल सिंह ने भी अपने अपने विचार रखे।

कार्यक्रम में उपस्थित रहे

कार्यक्रम में डॉ राजेश राठौर, डॉ राजेश कुमार, डॉ अंशु, भावना पंत,मुन्नी बोरा,नीरज कुमार,मधुमिता बिष्ट, आशा सहितएक दर्जन से अधिक शोध छात्र छात्राये तथा रसायन विज्ञान के स्नातकोत्तर के समस्त विद्यार्थी मौजूद थे।
कार्यक्रम में रविन्द्र सिंह,गीता रावत ,मोहन सिंह,चंदन सिंह तथा धन सिंह ने सहयोग प्रदान किया।