अल्मोड़ा: लोक कलाकारों का दूसरे दिन भी धरना प्रदर्शन जारी, इन समस्याओं को जल्द पूरा करने की मांग

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर है। लोक कलाकारों महासंगठन द्वारा अल्मोड़ा के गांधी पार्क चौघानपाटा में लोक कलाकारों का आज दूसरे दिन भी धरना जारी रहा। समस्त पंजीकृत सांस्कृतिक दलों के लोक कलाकारों के द्वारा जनगीत ,झोडा नृत्य एवं अन्य गीतों के माध्यम से धरना-प्रदर्शन किया।

लोक कलाकारों का जारी धरना प्रदर्शन

जिसमें कलाकारों ने अपनी मांगों को सरकार से मनवाने के लिए आज 2 घंटे के क्रमिक अनशन के बाद संस्कृत निदेशालय उत्तराखंड का पुतला दहन किया। जिसके बाद उसके चारों ओर लोकगीत गाए। जिसमें कहा कि उक्त समस्याओं के निराकरण हेतु प्रदेश के सांस्कृतिक दलों की उपरोक्त समस्याओं का यथाशीघ्र निराकरण करे, जिससे सांस्कृतिक दलों से जुड़े गरीब लोक कलाकार अपनी घर गृहस्थी सुचारू रूप से संचालित कर सके।

विभिन्न संगठनों का मिल रहा समर्थन

धरना प्रदर्शन में नगर व्यापार मंडल के पूर्व महासचिव मनोज सिंह पवार ने पहुंचकर सांस्कृतिक दलों से जुड़े लोक कलाकारों को अपना समर्थन दिया। नगर पालिका परिषद के सभासद राजेंद्र तिवारी जी ने भी अपना समर्थन लोक कलाकारों को दिया। इसके अलावा गोल्डन बाॅयज के संयोजक सूरज वाणी ने भी अपने गोल्डन बाॅयज की ओर से कलाकारों को अपना समर्थन दिया। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय की छात्र नेता दीक्षा सुयाल ने भी कलाकारों को अपना समर्थन दिया।

यह लोग रहें उपस्थित

आज के धरना प्रदर्शन में वरिष्ठ रंगकर्मी दीवान कनवाल , गोकुल बिष्ट, चंदन बोरा, सुरेश लाल ,रमेश लाल, नारायण थापा जी के साथ-साथ रंगकर्मी प्रियंका चम्याल, मनीषा आर्या,अंबिका आर्या, महिमा आर्या, प्रकाश लाल , पंकज कुमार, जगदीश तिवारी, मानसी बोरा, पूजा बिष्ट, प्रियंका बिष्ट, पंकज बोरा, लकी पवार आदि रंगकर्मी मौजूद थे धरना प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष लोक कलाकार महासंघ देवेंद्र भट्ट , उपाध्यक्ष संदीप नयाल, विनोद कुमार ,महिला उपाध्यक्ष शीला पंत, महासचिव दयानंद कठेत, उप सचिव इंदर गोस्वामी, मनोज चम्याल प्रदेश अध्यक्ष लोक कलाकार महासंघ गोपाल चम्याल एवं प्रदेश महिला उपाध्यक्ष ममता वाणी भट्ट धरना प्रदर्शन में उपस्थित रहे।

🔴🔵प्रदेश में पंजीकृत सांस्कृतिक लोक दलों की मुख्य समस्याएं

⏩संस्कृति विभाग से पंजीकृत सांस्कृतिक लोक दलों के लम्बित बिलों का भुगतान नहीं किया जा रहा है।

⏩संस्कृति विभाग से सांस्कृतिक लोक दलों के कलाकारों / दलनायको का मानदेय बाल नहीं बढ़ाया जा रहा है।

⏩कोरोना काल से आर्थिक तंगी से परेशान सांस्कृतिक लोक दलों का सूचना निदेशालय से आडिशन करवाया जाय यदि ऐसा सम्भव नहीं है तो सांस्कृतिक 1 दलों को पूर्व ग्रेड में सम्बद्ध किया जाय।

⏩सांस्कृतिक लोक दलों को जी.एस.टी. के दायरे से बाहर रखा जाय ।

सात जनवरी को आमरण अनशन की चेतावनी

समस्त लोक कलाकारों का कहना है कि कल‌ तीसरे दिन में लोक कलाकारों के द्वारा नुक्कड़ नाटक गीतों के माध्यम से अपनी बात सरकार तक पहुंचाई जाएगी। साथ ही कहा कि सरकार नहीं चाहती है तो कल राज्य सरकार और सांस्कृतिक मंत्री का पुतला दहन किया जाएगा और 7 तारीख से बहुत से लोग कलाकार पूरे प्रदेश में आमरण अनशन करेंगे।