अल्मोड़ा: कारगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगाँठ पर शहीदों की पत्नियों को शॉल ओढ़ाकर किया गया सम्मानित

आज 26 जुलाई है। आज कारगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगाँठ शहीद स्मारक छावनी क्षेत्र में आयोजित की गयी। जिसमें कारगिल शहीदों की स्मृति में शहीद स्मारक छावनी परिषद पर माल्यार्पण, पुष्पांजलि एवं पुष्पचक्र अर्पित किये गये साथ ही 02 मिनट का मौन रखा गया। गैरीसन अल्मोड़ा की सैन्य टुकडी द्वारा शहीदों के सम्मान में सलामी दी गयी।

कोविड महामारी के चलते सीमित संख्या में आयोजित हुआ कार्यक्रम-

वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण इस वर्ष शौर्य दिवस समारोह सीमित संख्या में पूरी श्रद्धा एवं सम्मान के साथ आयोजित किया गया। इस शौर्य दिवस के अवसर पर सावित्री देवड़ी पत्नी शहीद हरीश देवड़ी व सरस्वती माया घले पत्नी शहीद हरी बहादुर घले को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

उत्तराखण्ड में सैनिकों की वीरता व बलिदान की है लम्बी परम्परा-

इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने कारगिल विजय दिवस (शौर्य दिवस) पर शहीद स्मारक पर कारगिल शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने भारतीय सेना के अदम्य साहस व शौर्य को नमन करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में सैनिकों की वीरता व बलिदान की लम्बी परम्परा रही है। देश की आजादी से पहले एवं आजादी के बाद उत्तराखंड के वीर सपूतों ने देश की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कारगिल युद्व में देश की सीमाओं की रक्षा के लिए वीर सैनिकों के बलिदान को राष्ट्र हमेशा याद रखेगा जिन्होने अपनी जान की बाजी लगाकर देश की सीमाओं की रक्षा की है। उन्होने कहा कि  कारगिल युद्ध में बड़ी संख्या में उत्तराखण्ड के सपूतों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दी जो हमारे लिए गौरव की बात है हमें उनके बलिदान को हमेंशा याद रखना चाहिए।                         

इस अवसर पर यह लोग रहे उपस्थित-

इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द जोशी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डे, गैरीसन अल्मोड़ा के सैन्य अधिकारी मेजर सन्नी बग्गा, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल (अ0प्रा0) योगेन्द्र कुमार, पूर्व सैनिक लीन अध्यक्ष आ0 कैप्टन दीपक टम्टा, सफाई निरीक्षक छावनी परिषद राजेश बिष्ट, कैलाश गुरूरानी, मनोज साह, डा0 जे0सी0 दुर्गापाल, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी प्रकाश चन्द्र मासीवाल, पूरन सिह मेहता, एवं जनपद के गौरव सैनानी सैनिक/ वीर नारियों आदि ने शहीद स्मारक में पुष्प अर्पित कर श्रदांजलि दी।