पहाड़ों में पहले से ही डाॅक्टरों की कमी है। जिससे पहाड़ के लोग जूझ रहे हैं। ऐसे में जिले के विभिन्न अस्पतालों में तैनात 13 चिकित्सकों का स्थानांतरण होने से स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित हो सकती है।
ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ सकता है असर-
जिसमें 13 चिकित्सकों में से 9 चिकित्सकों का स्थानांतरण दूसरे जिले में हो गया हैं। वही 4 चिकित्सकों का जिले के भीतर स्थानांतरण किया गया है। जिन 9 चिकित्सकों का स्थानांतरण दूसरे जिले में किया गया है, उनमें से अधिकांश ग्रामीण इलाके के अस्पतालों में कार्यरत थे। इससे ग्रामीण क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। जिसमें चिकित्सकों का स्थानांतरण उच्च शिक्षा (पीजी) करने के बाद हुआ हैं।
चिकित्सकों का हुआ तबादला-
जिसमें एक डॉक्टर का स्थानांतरण दूसरे जिले से रानीखेत अस्पताल में हुआ है। एक डॉक्टर का द्वाराहाट से रानीखेत, सल्ट अस्पताल से जिला अस्पताल, द्वाराहाट से जिला अस्पताल में स्थानांतरण हुआ है। जबकि भिकियासैंण अस्पताल में तैनात डॉक्टर का पिथौरागढ़ में स्थानांतरण हुआ है। सल्ट में तैनात डॉक्टर का बागेश्वर में स्थानांतरण हुआ है। देघाट में तैनात डॉक्टर का मसूरी में स्थानांतरण हुआ है। द्वाराहाट में तैनात डॉक्टर का चंपावत में स्थानांतरण हुआ है। धौलछीना अस्पताल में तैनात डॉक्टर का नैनीताल में स्थानांतरण हुआ है। हवालबाग में तैनात डॉक्टर का धारचूला में स्थानांतरण हुआ है और द्वाराहाट में तैनात दूसरे डॉक्टर का बागेश्वर जिले में स्थानांतरण किया गया है।