कोरोना महामारी ने इंसान की जिंदगी में काफी कुछ बदला है। वही कोरोना महामारी से बच्चों की पढ़ाई पर भी बुरा असर पड़ा है। महामारी के चलते आनलाइन पढाई पर ज्यादा जोर दिया गया, जिससे बच्चों का फोन में अधिक समय बीतने लगा है। इस वजह से बच्चों के व्यवहार में भी काफी बदलाव आया है। जिसके बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने बच्चों पर एक अध्ययन किया है।
देश में 10 साल से कम उम्र के बच्चे कर रहे हैं सोशल मीडिया का इस्तेमाल-
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने बच्चों के स्मार्टफोन और इंटरनेट के यूज को लेकर एक अध्ययन किया है। जिसमें यह बात सामने आई है कि देश में 10 साल से कम उम्र के बच्चे सोशल मीडिया पर एक़्टिव है। जिसमें देश में 10 साल की उम्र के 37.8 फीसदी बच्चों का फेसबुक अकाउंट है। वही इसी आयुवर्ग के 24.3 फीसदी बच्चे इंस्टाग्राम का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसमें ज्यादातर बच्चों की अपने माता-पिता के मोबाइल फोन के जरिए सोशल मीडिया और इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं।
सोशल मीडिया में अकाउंट बनाने के लिए इतनी है आयु सीमा-
10 साल के बच्चों का सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना ठीक नहीं है, इससे बच्चों के व्यवहार पर बुरा असर पड़ सकता है। वही फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अकाउंट खोलने के लिए न्यूनतम आयु 13 साल निर्धारित की गई है।
बच्चों के लिए सही नहीं है सोशल मीडिया-
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई तरह का कंटेंट होता है, जिनमें से बहुत सारे कंटेंट बच्चों के लिए सही नहीं होते। इससे बच्चों पर बुरा असर पड़ता है।