March 28, 2024

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मौत की मशीन का हुआ आविष्कार, अब बिना किसी दर्द के किया जा सकेगा सुसाइड, जानिये

भारत में आत्महत्या करना एक कानूनन जुर्म माना जाता है, वहीँ दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं जहाँ आत्महत्या या इच्छामृत्यु को कानूनी मान्यता प्राप्त है। लेकिन आत्महत्या के बारे में सोचते ही हमारी रूह तक काँप जाती है क्योंकि ये सोचने में ही काफी दर्दनाक लगता है। लेकिन क्या आपने कभी किसी ऐसे तरीके के बारे में सुना है जिससे बिना किसी पीड़ा के इंसान मौत की गोद में समा सकता है। जी हां, आज हम आपको ऐसे ही एक अनोखे अविष्कार के बारे में बताने जा रहे हैं।

मौत के मशीन के जरिये बिना दर्द के किया जा सकेगा सुसाइड

दरअसल एग्जिट इंटरनेशनल (Exit International) नाम की एक कंपनी ने इस “मौत की मशीन” को बनाने का दावा किया है जिससे किसी भी व्यक्ति की 1 मिनट के भीतर बिना किसी दर्द के मौत हो सकती है। ताबूत के आकार की बनी हुई है । इस मशीन के जरिए ऑक्सीजन का लेवल बहुत कम कर दिया जाता है जिससे 1 मिनट के अंदर मौत हो जाती है। मौत की इस मशीन को Sarco नाम दिया गया है। मशीन बनाने वाली संस्था के डायरेक्टर डॉ. फिलिप निट्स्के ने इस ‘मौत की मशीन’ को बनाया है। उन्हें ‘डॉ. डेथ’ के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने बताया कि इस मशीन को ऐसे लोगों के लिए बनाया गया है जो बीमारी की वजह से हिल-डुल भी नहीं पाते हैं।

स्विट्ज़रलैंड सरकार ने दी मौत के मशीन के इस्तेमाल की मंज़ूरी

स्विट्जरलैंड सरकार ने इस सुसाइड मशीन के इस्तेमाल को कानूनी मंजूरी दे दी है। गौरतलब है कि स्विट्जरलैंड में इच्छामृत्यु को कानूनी मान्यता मिली हुई है। एग्जिट इंटरनेशनल के मुताबिक पिछले साल स्विट्जरलैंड में 1,300 लोगों ने दूसरों की मदद से आत्महत्या की थी, ऐसे में सरकार ने सुसाइड मशीन को मान्यता दी है जिससे कि इच्छुक लोग बिना किसी की मदद और बिना दर्द के आत्महत्या कर सकें।

मशीन के इस्तेमाल को लेकर जमकर हुई आलोचना

जहाँ इस आविष्कार को विज्ञान जगत में एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है वहीँ  ऐसी मशीन बनाने पर डॉ. निट्स्के की जमकर आलोचना भी हो रही है। इंडिपेंडेंट के अनुसार कि कुछ लोगों ने मशीन के इस्तेमाल करने के तरीके पर सवाल उठाए हैं। लोगों का मानना है कि ये मशीन लोगों को खुदकुशी के लिए उकसाएगी और ये समाज के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है।