पिथौगरागढ़ में आयोजित शहीद सम्मान यात्रा में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज शिरकत की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हेलीपैड पर उनका स्वागत किया।जिसके बाद वे आयोजन स्थल पर पहुंचे। आयोजन का शुभारंभ करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों को नमन किया।
उत्तराखंड सरकार पांचवां धाम सैन्य धाम बनाने जा रही
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि जन्मभूमि के लिए बलिदान कोई छोटी बात नहीं है। यहां चारधाम गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ बदरीनाथ स्थित है। अब उत्तराखंड सरकार यहां पांचवां धाम सैन्य धाम बनाने जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि शहीदों के आंगन की मिट्टी को सैन्य धाम में लिया जाएगा। सैन्य धाम में शहीदों और उनके गांवों के नाम भी लिखे जाएंगे। इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारतीय किक्रेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तरह धामी भी अच्छे फिनिशर हैं। इसके पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों के स्वजनों से मुलाकात की। स्वजन भी आत्मीयता के साथ रक्षामंत्री से मिले और अपनी बातें साझा कीं।
दुश्मनों को मुंह तोड़ जवाब देगा भारत
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत चाहता है कि अपने पड़ोसियों से अच्छे रिश्ते हों, लेकिन एक ऐसा भी देश(पाकिस्तान) है जिन्हें नहीं पता की पड़ोसी देशों से कैसे रिश्ते रखे जाते हैं। वह बराबर आतंकवादी हमलों के माध्यम से भारत को अस्थिर करने की कोशिश करता है। इस दौरान उन्होंने दो टूक कहा कि ज्यादा गड़बड़ करोगे तो हम सीमा पर जाकर सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक कर सकते हैं। वहीं उन्होंने कहा कि एक और पड़ोसी (चीन) देश है। जिनके साथ हम पड़ोसियों जैसे रिश्ते रखना चाहते शहैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि इतिहास गवाह है कि हमने न किसी देश पर आक्रमण किया है और न ही किसी देश की जमीन पर कब्जा किया है। दुनिया का कोई ऐसा देश नहीं है जो भारत की एक इंच जमीन पर भी कब्जा कर सके और अगर कोई ऐसी हिमाकत करेगा तो हम मुंह तोड़ जवाब देंगे।
सैन्य धाम में लाई जाएगी शहीद के आंगन की मिट्टी
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत उत्तराखंड में पांचवें धाम के रूप में सैन्य धाम बनाने के लिए जिला प्रशासन ने पुरुकुल में भूमि हस्तांतरित कर दी है। सैन्य धाम में एक भव्य स्मारक के साथ म्यूजियम, बहादुरी पदक गैलरी, महत्वपूर्ण लड़ाइयों का विवरण एवं सेना से जुड़े अन्य कई साजों सामान को भी प्रदर्शित किए जाने की योजना है। निर्माण कार्य शुरू होने से पहले राज्यभर में शहीद सम्मान यात्रा निकाली जा रही है। जिसमें प्रदेश के प्रत्येक शहीद सैनिक के घर के आंगन की मिट्टी देहरादून के सैन्य धाम में लाई जाएगी। इसे निर्माण स्थल पर स्मारक के निर्माण में प्रयोग किया जाएगा।