संसद में आज कथित पेगासस जासूसी मामले, कृषि कानूनों और अन्य मुद्दों को लेकर विपक्ष ने भारी हंगामा किया जिसकी वजह से लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दिन में कई बार बाधित होने के बाद आखिर में सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
लगातार व्यवधान होने की वजह से दोनों सदनों में इस सप्ताह कोई विशेष काम-काज नहीं हो सका।
पीठासीन अधिकारी ने सदस्यों से अपनी सीट पर वापस जाने का आग्रह किया
कांग्रेस, डीएमके, तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों के विरोध और नारे-बाजी की वजह से लोकसभा का कामकाज बाधित हुआ। पहले स्थगन के बाद 12 बजे सदन की बैठक शुरू होते ही विपक्षी दलों के सदस्य अपने मुद्दों को लेकर अध्यक्ष के आसन के समीप पहुंच गये।
पीठासीन अधिकारी ने सदस्यों से अपनी सीट पर वापस जाने का आग्रह किया और कहा कि कोविड महामारी और कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा करानी है इसलिए वे सदन को चलने दें, लेकिन वे नहीं मानें।
सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी
विपक्ष के हंगामे के बीच राष्ट्रीय राजधानी और उसके आस-पास के क्षेत्र में वायु प्रबंधन विधेयक 2021 और सामान्य बीमा कामकाज विधेयक 2021 सदन में पेश किये गये। शोर-शराबा जारी रहने पर पीठासीन अधिकारी ने सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले, 11 बजे सदन की बैठक शुरू होने पर विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मानूसन सत्र के शुरू होने के दिन से ही विपक्षी सदस्य पेगासस जासूसी मामले, कृषि कानून और कोविड जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कराने की मांग कर रहे हैं।
सरकार को अपना रूख बदलना चाहिए
उन्होंने सरकार पर अडियल रूख अपनाने और चर्चा से बचने का आरोप लगाया है। श्री चौधरी ने कहा कि सरकार को अपना रूख बदलना चाहिए और विपक्ष की मांगे मांग लेनी चाहिए।
इसके तुरंत बाद कांग्रेस, डीएमके, तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारे-बाजी करने लगे। इस शोर-शराबे के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला ने प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया और कुछ प्रश्नों पर चर्चा भी की गई।
श्री बिडला ने विरोध कर रहे सदस्यों से बार-बार आग्रह किया कि वे अपनी सीट पर लौट जाएं और सदन की कार्यवाही चलने दें।
विपक्षी सदस्यों के आचरण को दुर्भाग्यपूर्ण बताया
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने प्रश्नकाल के दौरान व्यवधान डालने के विपक्षी सदस्यों के आचरण को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि विपक्ष कार्यमंत्रणा समिति में किये गये अपने वायदे और प्रतिबद्धता पर अमल नहीं कर रहा है।
वित्तराज्य मंत्री भगवत कराड़ ने जमा बीमा और ऋण गारंटी निगम (संशोधन) विधेयक-2021 पेश किया
राज्यसभा में भी कुछ ऐसी ही स्थिति रही। दूसरी बार स्थगन के बाद सदन की बैठक ढाई बजे फिर शुरू होने पर उपसभापति हरिवंश ने प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया लेकिन विपक्षी सदस्य पेगासस जासूसी मामले, कृषि कानूनों और अन्य मुद्दों को लेकर सदन के बीचों-बीच आ गये और नारे-बाजी करने लगे।
विपक्ष के शोर-शराबे के बीच ही कॉरपोरेट राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने सीमित देयता भागीदारी (संशोधन) विधेयक-2021 सदन में पेश किया। वित्तराज्य मंत्री भगवत कराड़ ने जमा बीमा और ऋण गारंटी निगम (संशोधन) विधेयक-2021 पेश किया। इन दोनों विेधयकों के पेश किये जाने के बाद राज्यसभा में नारियल विकास बोर्ड (संशोधन) विधेयक-2021 बिना चर्चा के पारित कर दिया गया।
इस विधेयक को केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की ओर से पेश किया गया था। इस बीच, विपक्षी सदस्य लगातार हंगामा करते रहे। इसे देखते हुए उपसभापति ने सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी।