केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं मुख्यमंत्री
पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को पिथौरागढ़ के मूनाकोट में शहीद सम्मान यात्रा का शुभारम्भ किया और शहीद सैनिकों के परिजनों को सम्मानित भी किया।
देश के लिए अपनी जिंदगी न्यौछावर करते हैं, उनको देवतुल्य माना जाता
केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी सांस्कृतिक परम्परा है कि जो देश के लिए अपनी जिंदगी न्यौछावर करते हैं, उनको देवतुल्य माना जाता है। जननी और जन्मभूमि दोनों स्वर्ग के समान होते हैं। उत्तराखण्ड, देवभूमि, तपोभूमि और वीरभूमि है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में पांचवा धाम सैन्यधाम बन रहा है। सैन्यधाम में शहीद सैनिकों की आंगन की मिट्टी आयेगी और भविष्य में भी जो वीर सपूत देश के लिए शहीद होगें, उनके आंगन की मिट्टी भी सैन्यधाम में लाई जायेगी।
उत्तराखण्ड में सैन्यधाम का निर्माण एक अच्छी सोच है
रक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की हर गली, हर शहर अपने में पवित्र है। उत्तराखण्ड में सैन्यधाम का निर्माण एक अच्छी सोच है। उत्तराखण्ड में सड़क, रेल एवं हवाई कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हुआ है। लिपुलेख-धारचूला-मानसरोवर जाने का रास्ता बन गया है।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री का आभार व्यक्त किया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे आज अपनी जन्मभूमि सौर घाटी की धरती को नमन करने का अवसर मिला है। उन्होंने सैनिकों के हित में लिए जा रहे निर्णयों एवं उनका उत्साह बढ़ाने के लिए किये जा रहे प्रयासों के लिए केन्द्रीय रक्षा मंत्री का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ जनपद हमेशा से रणबांकुरों की भूमि रही है। उत्तराखण्ड सैनिक बहुल प्रदेश है। वीर भूमि पिथौरागढ़ में वीर सैनिकों के परिजनों एवं वीरांगनाओं का सम्मानित कर हम सब सम्मानित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सवाड़ में स्मारक की देखरेख के लिए कर्मचारियों की व्यवस्था की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने सैनिक स्मारकों के जीर्णोधार एवं जनपद पिथौरागढ़ में नये सैनिक विश्राम गृह के लिए धनराशि तत्काल जारी की जायेगी।
यह रहे उपस्थित
इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट,
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, काबीना मंत्री बिशन चुफाल, सांसद अजय टम्टा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक अन्य लोग मौजूद रहे ।